12 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक विमान नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा।
इन भारतीयों को पनामा से लाया गया है। अमेरिका अपने यहां पकड़े गए अवैध लोगों को पनामा में शिफ्ट कर रहा है। इसके बाद वहां से उनके देश भेजा जा रहा है। पनामा से भारत आने वाली यह पहली फ्लाइट है। अधिकारियों के मुताबिक इनमें से चार लोग पंजाब के रहने वाले हैं। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तीन-तीन युवक शामिल हैं। पहले तीन जत्थों में अमेरिका 332 भारतीयों को वापस भेज चुका है।
5 फरवरी को आया पहला जत्था
अमेरिका ने सबसे पहले 5 फरवरी को अवैध भारतीय प्रवासियों का एक जत्था भारत भेजा था। अमेरिकी वायुसेना के विमान में कुल 104 लोगों को भेजा गया था। यह विमान पंजाब के अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा था। भारतीय लोगों के हाथों पर हथकड़ी और पैरों पर बेड़ियों की तस्वीर सामने आने के बाद अमेरिका की खूब आलोचना भी हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पनामा से इन 12 भारतीयों को तुर्की एयरलाइंस की फ्लाइट से नई दिल्ली लाया गया है। इसके बाद पंजाब के रहने वाले चार लोगों को एक अन्य फ्लाइट से अमृतसर भेजा गया है।
पनामा के होटल में ठहरे अवैध प्रवासी
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में अपने देश से निर्वासित लगभग 300 अप्रवासियों को पनामा के होटल में ठहराया है। यहां से उन्हें उनके देश भेजने की तैयारी चल रही है। कोस्टा रिका, पनाना और निकारागुआ अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने में अमेरिका के साथ मिलकर काम करने में जुटे हैं। पनामा में मौजूद 300 में से सिर्फ 171 ने अपने देश लौटने पर सहमति व्यक्त की है। बाकी लोगों को एक कैंप में भेजा गया है।