कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 12 दिनों में कोरोना वायरस से संबंधित 15 लोगों की मौत हुई है. सरकारी आंकड़ों से जानकारी मिली है.
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, इन 15 मौतों में से एक में, कोविड प्राथमिक कारण था, जबकि बाकी मामलों में, कोविड ‘आनुषंगिक’ था यानि अन्य बीमारियों के अलावा उन्हें कोरोना संक्रमण भी हुआ. आंकड़ों में कहा गया है कि 30 मार्च से 10 अप्रैल के बीच कुल 15 लोगों की मौत हुई है, इनमें से नौ अप्रैल को चार मरीजों की मौत हुई.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो हफ्तों में कोविड-19 के 5,500 से अधिक मामले सामने आए थे, जबकि इसी अवधि में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को पूर्वाभ्यास किया गया.
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 699 नये मामले सामने आए जबकि चार लोगों की मौत हुई, जबकि सोमवार को कोविड-19 के 484 मामले आए और इस दौरान तीन लोगों की मौत हुई. दिल्ली में सोमवार को संक्रमण की दर 26.58 फीसदी रही.
दिल्ली में मंगलवार को आयोजित पूर्वाभ्यास कोविड-19 के मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए किए गए एक राष्ट्रव्यापी अभ्यास का हिस्सा था.
अधिकारियों ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि 10 और 11 अप्रैल को आयोजित अभ्यास में सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के शामिल होने की उम्मीद है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोविड-19 का मुकाबला करने के लिये तैयारियों का जायजा लेने के वास्ते अस्पताल का दौरा किया था. दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में यह कवायद मंगलवार को की गई.
दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा कि शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है.
सुरेश कुमार ने कहा, ‘‘हमारे अस्पताल में केवल 10 मरीज भर्ती हुए हैं, जबकि कोविड-19 के मरीजों के लिए निर्धारित 440 बिस्तर खाली हैं. इस पूर्वाभ्यास का उद्देश्य आवश्यक दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और कर्मचारियों की उपलब्धता के संदर्भ में हमारी तैयारियों का पता लगाना है.”
सुरेश कुमार ने हाल ही में कोविड-19 से संबंधित मौतों को लेकर कहा कि जिन लोगों को तपेदिक, कैंसर, फेफड़ों की पुरानी बीमारी आदि जैसी गंभीर बीमारियां थीं, वे ही संक्रमण के शिकार हुए.
भगवान महावीर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि अस्पताल में कुल 325 बिस्तर हैं और हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, बिस्तरों के साथ पृथक-वास के लिए एक कमरा भी बनाया गया है.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को कहा कि 26 मार्च के पूर्वाभ्यास की रिपोर्ट मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों को सौंप दी गई है.
लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में और भी मामले सामने आएंगे, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है.