34 घंटे बाद टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे सुचारू
-लाइफ लाइन चालू होने से प्रशासन ने ली राहत की सांस -पर्वतीय और मैदानी इलाकों में सुबह से ही निकली धूप संवाद सहयोगी, चम्पावत : मलबा आने से शनिवार की रात से बंद चल रहा टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 34 घंटे बाद सुचारू कर दिया गया है।
काफी मशक्कत के बाद सोमवार की सुबह 7:21 बजे मलबा हटाकर सड़क को दुरुस्त किया गया। वाहनों की आवाजाही सुचारू होने से एनएच खंड और प्रशासन ने राहत की सांस ली है। सड़क खुलते ही दोनों और फंसे वाहनों को बारी-बारी से सुरक्षित निकाला गया।
शनिवार की रात 10 बजे करीब स्वाला और कोट अमोड़ी के बीच पहाड़ी से बड़ी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिरने से सड़क बंद हो गई थी। लगातार पत्थरों के गिरने से मलबा हटाने के काम में दिक्कतें आई। रविवार की सुबह से ही पोकलैंड और जेसीबी मशीनें लगाकर मलबा हटाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू किया गया, लेकिन मलबा और बोल्डरों के गिरने का सिलसिला जारी रहने से डंप मलबे को हटाने के काम में तेजी नहीं आ पाई।
सड़क की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से मुश्किलें और अधिक बढ़ गई। कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार की सुबह मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारू कर दी गई है। सुबह ही तहसीलदार ज्योति धपवाल सहित एनएच खंड के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।
दोपहर में भी कई स्थानों पर मलबा गिरा लेकिन इससे आवागमन बाधित नहीं रहा। इधर सोमवार की सुबह से ही जिले के पर्वतीय और मैदानी इलाकों में धूप निकली रही। हालांकि आसमान में हल्के बादल भी छितराए थे। एसडीएम अनिल चन्याल ने बताया कि एनएच पर सभी संवेदनशील स्थानों पर पोकलैंड और जेसीबी मशीनों की तैनाती की गई है। संबंधित अधिकारियों को वर्षा के दौरान सड़कों का निरीक्षण कर वस्तु स्थिति पर नजर बनाए रखने को कहा गया है।