NASA ने मून रॉकेट लॉन्च के दूसरे प्रयास को भी स्थगित कर दिया है. NASA ने प्रक्षेपण को स्थगित करने के पीछे रॉकेट में फ्यूल लीकेज को मुख्य वजह बताया है.
NASA के वैज्ञानिक फिलहाल इस बात का पता लगाने में लगे हैं कि आखिर रॉकेट में फ्यूल का लीकेज किन कारणों से हुआ है. इससे पहले शनिवार को शाम को खबर आ रही थी कि NASA की विशेष टीम इस रॉकेट को फिर से प्रक्षेपित करने की कोशिशों में लगी है. इस प्रक्षेपण से नासा पिछले अपोलो चंद्र मिशन के 50 साल बाद एक बार फिर चंद्रमा से मंगल आर्टेमिस कार्यक्रम को शुरू कर पाता.
बता दें कि नासा ने बीते सोमवार को अपने आर्टिमिस मिशन के पहले चंद्रयान की टेस्ट फ्लाइट को आखिर समय पर टाल दिया था. इसके चार RS-25 इंजनों में से एक में आखिरी समय पर तापमान की दिक्कत आने के चलते यह लॉन्च टाला गया था. आर्टिमिस 1 मिशन को अब कुछ दिन बाद लॉन्च किया जाएगा. यह बिना मानवयात्री वाली फ्लाइट एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम का हिस्सा है जिसे पहले चंद्रमा पर जाना है और फिर यह मंगल पर यह कार्यक्रम चलाया जाएगा.
अपोलो 17 मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के चांद पर कदम रखने के 50 साल बाद आर्टेमिस स्पेस प्रोग्राम सुबह 8:33 बजे (1233 GMT)को बिना क्रू के 322 फुट के स्पेस लांच सिस्टम रॉकेट को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंट से प्रक्षेपित किया जाना था. Artemis 1 फ्लाइट का लक्ष्य SLS और रॉकेट के ऊपर स्थापित होने वाले Orion कैप्सूल का परीक्षण करना था.
तीन मिलियन लीटर से अधिक अल्ट्रा कोल्ड लिक्विड हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को रॉकेट में भरने के रात के ऑपरेशन में बिजली गिरने के कारण थोड़ी देर हो गई थी. रात करीब तीन बजे एक और परेशानी सामने आई थी, हाइड्रोजन भरने के दौरान लीकेज की आशंका के कारण इस काम को रोकना पड़ा था.