मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्‍ली आबकारी नीति मामले में आरोपी बना गवाह…

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दिल्ली नई आबकारी नीति घोटाला मामले में आरोपी दिनेश अरोड़ा को सीबीआई, सरकारी गवाह बनाने जा रही है. दिनेश अरोड़ा को हाल ही में इस केस अग्रिम जमानत भी मिली है.

सीबीआई ने उनकी अर्जी राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल की. स्पेशल सीबीआई जज एमके नागपाल की कोर्ट में इसकी सुनवाई शुरू हुई. इस दौरान आरोपी दिनेश अरोड़ा भी कोर्ट रूम में मौजूद थे. उन्होंने कहा, ‘मेरी तरफ से मेरे वकील आरके ठाकुर द्वारा 1 नवंबर 2022 को एप्लिकेशन दी गई थी. मैं स्वेच्छा से सरकारी गवाह बनने को तैयार हूं.’ दिनेश अरोड़ा का बयान 14 नवंबर को दर्ज होगा.

दिनेश अरोड़ा ने कोर्ट में कहा, ‘मैं इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों को कोर्ट के सामने रखूंगा. मैं इस मामले में मेरे ऊपर जो आरोप लगे हैं, उस संदर्भ में अपनी भूमिका के बारे में भी सब सच बताऊंगा. मैं जांच में भी सहयोग करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा. मैं जांच अधिकारी के सामने कुछ स्टेटमेंट दे चुका हूं. मैं एसीएमएम की कोर्ट में कंफेशन स्टेटमेंट भी दे चुका हूं.’अगस्त में सीबीआई ने दिल्ली के शराब घोटाले में एक मामला दर्ज किया था और आठ लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया था. आरोपियों में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्णा, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर शामिल हैं.

कोर्ट ने दिनेश अरोड़ा से पूछा कि क्या कोई दबाव तो नहीं, सीबीआई की तरफ से कोई धमकी तो नहीं मिली? इस पर अरोड़ा ने कहा कि वह स्वेच्छा से सरकारी गवाह बन रहा है. इस केस से संबंधित जो भी जानकारी उसके पास है, उसे बताने के लिए तैयार है. दिनेश अरोड़ा ने शपथ ली कि वह बिना किसी दबाव के सरकारी गवाह बनना चाहता है. दिनेश अरोडा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को माफ किए जाने (क्षमादान) की अर्जी दाखिल की. दिनेश अरोड़ा की अर्जी पर कोर्ट 14 नवंबर को सुनवाई करेगा. 14 नवंबर को ही अरोड़ा का बयान भी दर्ज होगा. कोर्ट उसके बाद तय करेगा कि दिनेश अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाया जाए या नहीं.

बीजेपी पर बरसी आप
दिनेश अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाए जाने पर आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘जैसे गुजरात के चुनाव और दिल्ली के नगर निगम के चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, हमें भाजपा पर पूरा भरोसा है कि वे अपने पुराने ट्रैक रिकॉर्ड के हिसाब से वही सब करेंगे जो उन्होंने पंजाब में किया था.’

सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘पंजाब चुनाव से पहले वे कुमार विश्वास को लेकर आए थे. कहा था कि केजरीवाल पंजाब को अलग देश बनाकर उसके प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. इसके आधार पर भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को ख़ालिस्तानी कहा. सिख फ़ॉर जस्टिस से एक चिट्ठी लिखवाई गई, चरणजीत सिंह छाननी ने गृह मंत्री को चिट्ठी लिखी और अमित शाह ने उसपर जांच की बात कह दी. दिल्ली हाई कोर्ट में चीफ़ जस्टिस की बेंच ने इस आरोप को ख़ारिज किया था. आज मैं गृह मंत्री और प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उस जांच का क्या हुआ?’

उन्होंने कहा, ‘आज गुजरात के चुनाव से पहले भी कुछ लोगों को सामने लाया जा रहा है, उन्हें सरकारी गवाह बनाया जा रहा है. अभी ऐसी मनगढ़ंत कहानियां आएंगीं, घटिया इल्ज़ाम लगाए जाएंगे. लेकिन भाजपा को बताना चाहते हैं कि काठ कि हांडी बार बार नहीं चढ़ती. भाजपा सिर्फ़ चुनावी फ़ायदा लेना चाहती है.’

आप प्रवक्ता ने कहा, ‘आज तमाम एजेंसियों की विश्वसनीयता को ताक पर रखकर घटिया इल्ज़ाम लगाए जा रहे हैं. शराब मामले को ओपन एंड शट केस बताया जाता था, लेकिन चार महीने बाद भी भाजपा और केंद्र सरकार वही खड़ी हैं, चार महीने में 500 लोगों के यहां छापा मार लिया है. कुछ नहीं मिला. ये किसी से भी कुछ भी कहलवा सकते हैं. इनका मक़सद चुनाव है, इसकी चिंता नहीं है कि कोर्ट में क्या टिकेगा. ‘

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