प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अहमदाबाद में रोड शो और मध्य गुजरात में सर्वाधिक फोकस की वजह क्या है? जानकार इसे क्षेत्र के माहौल काे साधने की कोशिश बता रहे हैं। लोगों के मुताबिक, मोदी और अमित शाह के ताबड़तोड़ रोड शो से माहौल बदल भी रहा है।
विरमगाम-साणंद मार्ग पर मिले जंतीबाई रावल कहते हैं, मध्य गुजरात पिछले चुनाव में भाजपा की इज्जत बचाने वाला साबित हुआ था। तब अकेले अहमदाबाद और वडोदरा ने पार्टी को 22 सीट दिलाई थीं। साथ बैठे राजू भाई पटेल कहते हैं, चार-पांच दिन पहले तक लोग महंगाई और बेरोजगारी की वजह से परिवर्तन की बात कर रहे थे।
कई सीटों पर बागी सक्रिय थे। इन सीटों में से कम से एक दर्जन पर हार-जीत का मुकाबला बहुत मामूली अंतर से था। छोटा उदयपुर जिले की तीनों आरक्षित सीटों पर आदिवासी समाज का दबदबा है। छोटा उदयपुर के रमेश भाई मिल गए। वह कहते हैं कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के रावण वाले बयान का फायदा उठाने में भाजपा जुट गई है। इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना होगा और आप को इसका फायदा होगा।
अहमदाबाद व वडोदरा में नए चेहरों पर दांव
राजनीतिक विश्लेषक डॉक्टर पार्थ पटेल कहते हैं, अहमदाबाद व बड़ोदरा में भाजपा ने थोक में विधायकों और मंत्रियों को घर बैठाकर नए चेहरों को मौका दिया है। अहमदाबाद में 11 विधायकों के टिकट काटे हैं। पिछले चुनाव के 21 प्रत्याशियों में से सिर्फ छह को मौका मिला है। 15 क्षेत्रों में नए चेहरे हैं।
वडोदरा में 10 सीट में से 5 में नए चेहरे हैं। ऐसे में सर्वाधिक सफलता वाले क्षेत्र में नतीजे अपेक्षित न आए तो लोगों का सवाल उठाना लाजिमी है। ऐसे में यह क्षेत्र भाजपा नेतृत्व की रणनीति की सफलता की कसौटी भी बनने वाला है।
गोधरा : एआईएमआईएम की भूमिका पर निगाहें
गोधरा में भाजपा ने मौजूदा विधायक पर ही भरोसा जताया है। यहां करीब पौने तीन लाख मतदाताओं में से 72 हजार मुस्लिम हैं, लेकिन कांग्रेस या आप में से किसी ने भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं दिया। एआईएमआईएम ने मुस्लिम उम्मीदवार दिया है। यहां मिले रियाजुद्दीन कहते हैं एआईएमआईएम ने पिछले निकाय चुनाव में सात सीटें हासिल की थीं और भाजपा का चेयरमैन बनने से रोक दिया था।
चर्चित सीटें
घाटलोदिया : भाजपा के गढ़ में सीएम की परीक्षा-घाटलोदिया सीट भाजपा का गढ़ है। आनंदीबेन पटेल यहीं से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बनीं। फिर भूपेंद्र पटेल जीतकर मुख्यमंत्री बनने में सफल रहे। कांग्रेस ने राज्यसभा सांसद अमीबेन याग्निक व आप ने विजय पटेल को उतारा है।
वीरमगामः त्रिकोणीय मुकाबले में हार्दिक-भाजपा उम्मीदवार के रूप में हार्दिक त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे हैं। 2012 और 2017 में लगातार जीत दर्ज चुकी कांग्रेस ने लखाभाई को ही फिर उतारा है। आप ने कुंवरजी ठाकोर पर दांव लगाया है।
असारवाः असारवा से कैबिनेट मंत्री प्रदीप परमार का टिकट काटकर अहमदाबाद की पूर्व डिप्टी मेयर दर्शनाबेन वाघेला को मौका दिया है।
मणिनगर : मोदी की हैट्रिक सीट पीएम मोदी यहां तीन बार जीते। भाजपा ने विधायक का टिकट काटकर अमूल भट को उतारा है। कांग्रेस के सीएम राजपूत और आप के विपुलभाई पटेल से टक्कर है।
वेजलपुर : दो बार के विधायक किशोर चौहान का टिकट काटकर भाजपा ने युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अमित ठाकर को मौका दिया है।
प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटेगी भाजपा : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि भाजपा गुजरात में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी। कांग्रेस और आप के पास कोई मौका नहीं है। गुजरात में अपने मैराथन प्रचार अभियान के अंतिम दिन सीएम योगी ने कहा कि अकेले डबल इंजन की सरकार विश्वास बहाल करते हुए बुलेट ट्रेन की गति से विकास और लोगों का कल्याण सुनिश्चित कर सकती है। योगी ने कांग्रेस और आप को देश की प्रगति में बाधक बताते हुए कहा कि वे लोगों को सुरक्षा, समृद्धि और रोजगार मुहैया कराने और आस्था का सम्मान करने में अक्षम हैं। यूपी के सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एक भारत, श्रेष्ठ भारत उभर रहा है। देश में कोई आतंकवाद, अलगाववाद या नक्सलवाद नहीं है। उन्होंने कहा, बुलडोजर ने नया मॉडल पेश किया है। यह न केवल निर्माण में उपयोग किया जाता है बल्कि अपराधियों और आतंकवादियों पर भी चलता है। एजेंसी
चुनाव आयोग मतदान में शहरी उदासीनता से चिंतित
चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि पहले चरण के मतदान में गुजरात की कई सीटों में मतदान बढ़ा, लेकिन सूरत, राजकोट और जामनगर जैसे शहरी इलाकों में वोटिंग के प्रति उदासीनता के कारण मतदान कम रहा। आयोग ने कहा कि सूरत, राजकोट और जामनगर में मतदान पहले चरण के कुल 63.3 फीसदी से कम था। कच्छ के उद्योग बहुल गांधीधाम पर सबसे कम 47.8 फीसदी वोट पड़े जो 2017 से 6.34 फीसदी कम है। इसके उलट देदियापाड़ा के ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र में 82.71% मतदान हुआ जो गांधीधाम की शहरी सीट से 34.85% अधिक रहा। हिमाचल की शहरी सीट शिमला में भी सबसे कम 62.53 फीसदी मतदान हुआ जो राज्य के औसत 75.6% से 13 फीसदी कम रहा। एजेंसी