विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की और भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान साथ काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
जयशंकर ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि वह UNSC सुधार और यूक्रेन संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के विचार को महत्व देते हैं. जयशंकर ने ट्वीट किया, “संयुक्त राष्ट्र महासचिव @antonioguterres के साथ एक गर्मजोशी भरी मुलाकात.
UNSC सुधार और यूक्रेन संघर्ष पर उनके विचार को महत्व दिया. भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान साथ काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया.” विदेश मंत्री जयशंकर ने बुधवार को 14 दिसंबर को “सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा” के विषय पर उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय खुली बहस की अध्यक्षता की. उन्होंने ट्वीट किया, “सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा पर सुरक्षा परिषद में खुली बहस की अध्यक्षता की.
आईजीएन प्रक्रिया में निहित तीन चुनौतियों को रेखांकित किया: यह संयुक्त राष्ट्र में एकमात्र ऐसी चुनौती है जो बिना किसी समय सीमा के आयोजित की जाती है.” उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “बिना किसी टेक्स्ट के बातचीत करना भी अलग है. ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है जो प्रगति को पहचानने और आगे बढ़ाने की अनुमति देता हो.” इस मौके पर जयशंकर ने अर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्ज़ोयान, यूएई की संस्कृति और युवा मंत्री नौरा अलकाबी और पोलैंड के विदेश मामलों के उप मंत्री वोज्शिएक गेरवेल से भी मुलाकात की.
विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के परिसर में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का भी अनावरण किया. जयशंकर ने ट्वीट किया, “संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण में UNSG @antonioguterres और @UN_PGA Csaba Korosi के साथ जुड़कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. इन पवित्र परिसरों में उनकी उपस्थिति संयुक्त राष्ट्र को अपने संस्थापक आदर्शों पर खरा उतरने के लिए प्रेरित करे.”