घने कोहरे की चपेट में दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाके, विजिबिलिटी घटने से गाड़ियों की रफ्तार हुई धीमी

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व NCR समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का असर अब दिखने लगा है.

दिल्ली में शीतलहर जारी रहने के कारण आज सुबह से घना कोहरा देखा गया, जिस वजह से सड़क पर गाड़ियां धीमी रफ्तार से चल रही है. न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, अभी तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है. नए साल तक पारा ऐसे ही ऊपर-नीचे जाता रहेगा. दो दिन अभी शीत लहर व सर्दी परेशान करती रहेगी.

देश के उत्तर और उत्तर पश्चिम के कुछ हिस्सों में आज भी कई जगहों पर घने चादर छायी रही, कई कस्बों और शहरों में तापमान में गिरावट के साथ क्षेत्र में भीषण शीत लहर चली. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में दिल्ली समेत यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा व पहाड़ी राज्य उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में कड़ाके ठंड पड़ेगी. राजस्थान के माउंट आबू में सोमवार बर्फ जमी नजर आई.

कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है. कई इलाकों में पानी की आपूर्ति लाइनें व डल झील के अंदरूनी हिस्से भी जम गए हैं. स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 25-26 दिसंबर को पहाड़ी इलाकों में ताजी बर्फबारी हुई है और पश्चिमोत्तर से ठंडी हवाएं मैदानों से होकर राष्ट्रीय राजधानी पहुंच रही हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘ पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आर्द्रता का स्तर बढ़ गया है और इसकी वजह से घना कोहरा छाया एवं सूर्य की रोशनी मद्धिम हुई एवं तापमान में गिरावट आई.” दिल्ली में सोमवार को अधिकतम 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में सोमवार को घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा.

पंजाब के बठिंडा और राजस्थान के बीकानेर में दृश्यता शून्य रही, जबकि अंबाला, हिसार, अमृतसर, पटियाला, गंगानगर, चूरू और बरेली में दृश्यता घटकर 50 मीटर और उससे नीचे पहुंच गई. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक कोहरा छाया रहेगा. आईएमडी के अनुसार, दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच रहने पर ‘बेहद घना कोहरा’, 51 मीटर से 200 मीटर के बीच ‘घना कोहरा’, 201 मीटर से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम कोहरा’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच रहने पर ‘हल्का कोहरा’ माना जाता है.

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