भूकंप से भारी बर्बादी के बीच तुर्की में कुछ चमत्कार भी जारी है. तुर्की के हाताए में भूकंप के 296 घंटे बाद तीन लोगों को मलबे से जिंदा निकाला गया.
यह तीन लोग 13 दिनों तक मलबे के भीतर भूख-प्यास के बावजूद ज़िंदा रहे. बचाव कर्मियों के लिए भी ये एक बड़ी कामयाबी है.
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 46 हजार से ज्यादा लोगों की मौत की तस्दीक हो चुकी है. मलबे को हटाने का काम जारी है. दसवें दिन भी दो महिलाओं और दो बच्चों को मलबे से जिंदा निकाला गया था. तेरहवें दिन भी मलबे से लोगों का जिंदा निकलना चमत्कार से कम नहीं.
इससे पहले तुर्की के बचावकर्मियों ने विनाशकारी भूकंप के करीब 12 दिन बाद शुक्रवार को एक 45 वर्षीय व्यक्ति को मलबे से जिंदा निकाला था. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक ठंड के मौसम में मलबे के नीचे बचाव दल पूरे हफ्ते जीवित बचे लोगों को ढूंढता रहा. हालांकि, पिछले कुछ दिनों में जिंदा बचने वालों की संख्या घटकर मुट्ठी भर रह गई है.
सीरियाई सीमा के पास एक दक्षिणी प्रांत हाटे में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के 278 घंटों के बाद हकन यासिनोग्लू नाम के व्यक्ति को बचाया गया था. सोशल मीडिया पर दिख रही तस्वीरों में बचावकर्मी सावधानी से एक व्यक्ति को एक इमारत के खंडहरों के बीच स्ट्रेचर पर ले जाते हुए दिखाई दिए. गुरुवार को देर रात और शुक्रवार तड़के तीन अन्य लोगों को बचाया गया, जिसमें एक 14 वर्षीय लड़का भी शामिल है, कुछ जगहों पर चौबीसों घंटे तलाश जारी है.