इंडोनेशिया में एक बार फिर से भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के पश्चिम में मंगलवार को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया।
इंडोनेशिया की जियोफिजिक्स एजेंसी (बीएमकेजी) के मुताबिक , लगभग दो घंटे तक सुनामी की चेतावनी जारी की गई। अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र के निवासियों को तुरंत तट से दूर हटा दिया गया है। इससे पहले रविवार (23 अप्रैल) को भी इंडोनेशिया में भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए थे। यूएमएससी के मुताबिक, रविवार की तड़के केपुलुआन बाटू में दो बार भूकंप आया। भूकंप का पहला झटका 6.1 की तीव्रता का था, जबकि इसके कुछ ही घंटे बाद 5.8 तीव्रता वाला एक और झटका महसूस किया गया था।
पहले भूकंप की तीव्रता 6.9 आंकी गई थी
मंगलवार को एक बार फिर इंडोनेशिया की धरती भूकंप के तेज झटकों से कांप गई। यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने पहले भूकंप की तीव्रता 6.9 आंकी थी। भूकंप 84 किलोमीटर (52.2 मील) की गहराई पर स्थानीय समयानुसार (2000 GMT) तड़के लगभग 3 बजे आया। इसके बाद कई आफ्टरशॉक्स का पता चला और एक ने 5 तीव्रता दर्ज की।
सुनामी की चेतावनी के बीच लोगों को समुद्र से दूर भेजा गया
इंडोनेशिया के मौसम विज्ञान विभाग के प्रवक्ता अब्दुल मुहरी ने कहा कि इंडोनेशिया की आपदा न्यूनीकरण एजेंसी ने कहा कि अधिकारी सुमात्रा के पश्चिमी तट के उपरिकेंद्र के निकटतम द्वीपों से डेटा एकत्र कर रहे थे। पडांग में मौजूद अब्दुल मुहरी ने कहा कि पश्चिम सुमात्रा की राजधानी पडांग में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए और कुछ लोग समुद्र तटों से दूर चले गए। उन्होंने कहा, “लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया। कुछ लोग घबरा रहे थे, लेकिन नियंत्रण में थे। वर्तमान में उनमें से कुछ समुद्र से दूर जा रहे हैं।”
स्थानीय समाचार फुटेज में कुछ पडंग निवासियों को बाइक और पैदल ऊंची जमीन पर ले जाते हुए दिखाया गया है। कुछ लोग बैग लिए हुए थे तो कुछ बारिश से बचने के लिए छतरी के नीचे छिपे रहे। एक स्थानीय अधिकारी नोवियांद्री ने टीवीवन को बताया, “साइबेरट द्वीप पर लोगों को पहले ही निकाल लिया गया था। सुनामी की चेतावनी हटाए जाने तक लोगों को वहां से दूर रहने के लिए ही कहा गया है।”