नासा के मार्स रोवर प्रजर्वेन्स ने पहली बार चट्टानों के नमूने इकट्ठा करने में पाई कामयाबी

नासा के मार्स (Mars) रोवर प्रजर्वेन्स ( NASA's Perseverance Rover) ने अगस्त में भी चट्टानों के नमूने लेने की कोशिश की थी, लेकिन तब वो असफल रहा था. हालांकि इश बार वो मंगल ग्रह की सतह की चट्टानों के सैंपल लेने में सफल रहा.

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नासा के मार्स (Mars) रोवर प्रजर्वेन्स ( NASA’s Perseverance Rover) ने अगस्त में भी चट्टानों के नमूने लेने की कोशिश की थी, लेकिन तब वो असफल रहा था.

हालांकि इश बार वो मंगल ग्रह की सतह की चट्टानों के सैंपल लेने में सफल रहा.अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने सोमवार को ये ऐलान किया कि उसका मंगल ग्रह की सतह पर उसका रोवर प्रजर्वेन्स (Perseverance Mars rover) पहली बार चट्टानों के नमूने लेने में सफल रहा है.

इससे उन उम्मीदों को भी बल मिला है कि नासा के अगले मार्स मिशन के दौरान एकत्र किए गए इन चट्टानों के नमूने को धरती पर लाया जा सकेगा. स्पेस एजेंसी ने एक ट्वीट किया है, जिसमें पेंसिल से थोड़ा मोटी चट्टान के नमूने को एक सैंपल ट्यूब में दिखाया गया है.

ये सैंपल 1 सितंबर को इकट्ठा किए गए थे, लेकिन नासा शुरुआती दौर में निश्चित नहीं था कि रोवर चट्टानों के नमूने लेकर कार्गो में रख पाया है या नहीं, क्योंकि उस वक्त रोशनी सही नहीं थी.

नई तस्वीर लेने के बाद नासा के मिशन कंट्रोल ने इसके कंटेट को वेरीफाई किया. प्रजर्वेन्स इस ट्यूब को रोवर के अंदरूनी हिस्से में डालने में सफल रहा और ताकि आगे इसका और विश्लेषण करने के साथ नई तस्वीरें भी ली जा सकें. नासा के प्रशासक बिल नेलसन ने कहा कि यह ऐतिहासिक कामयाबी है औऱ प्रजर्वेन्स और उसकी टीम द्वारा की गई अविश्वसनीय खोज को देखने के लिए मैं बेताब हूं.

नासा के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेशर थॉमस जुरबुचेन ने इस सफलता की तुलना चंद्रमा से चट्टानों के नमूने पहली बार लाने से की है, जिसे अभी भी शोधकर्ता बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं.

प्रजर्वेन्स के सैंपलिंग और चट्टानों के पकड़ने के सिस्टम को अंतरिक्ष में भेजा गया अब तक का सबसे जटिल मशीनरी माना गया है, जिसमें करीब 3 हजार के करीब हिस्से हैं. इसे ब्रीफकेस आकार की चट्टान Rochette के नमूने लाने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है.

प्रजर्वेन्स ने 2 मीटर लंबी रोबोटिक आर्म्स का इस्तेमाल चट्टानों के नमूने इकट्ठा करने में किया.चट्टान को जकड़ने के बाद रोवर ने इसमें ड्रिल की और पांच बार नमूने लिए.

प्रजर्वेन्स फरवरी में मंगल ग्रह पर पुरानी झील की संभावना वाले जेजेरो क्रेटर में फरवरी में उतरा था. अत्याधुनिक औजारों के साथ उसे इस संभावना का पता लगाने का जिम्मा सौंपा गया है कि क्या कभी मंगल ग्रह पर सूक्ष्म जीवों का अस्तित्व था. उसे लाल ग्रह की भौगोलिक स्थिति औऱ पुराने समय के जलवायु के बारे में भी तमाम रिकॉर्ड इकट्ठा करने को कहा गया है.

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