जातीय हिंसा से जुझ रहे मणिपुर के आदिवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा।
उधर, मणिपुर के इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट जिलों में सोमवार तड़के पांच बजे से दोपहर तक कर्फ्यू में ढील दी गई, ताकि लोग दवाइयां और खाद्य सामग्री समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी कर सकें।
शाह से मिलेगा ITLF का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल
इंडिजनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शाह से मिलकर उनके समक्ष अपनी पांच प्रमुख मांगें उठाएगा। इसमें एक अलग राजनीतिक प्रशासन के साथ-साथ जातीय हिंसा में मारे गए कुकी समुदाय के लोगों के शव, जोकि इंफाल में पड़े हैं, उन्हें चूड़चंदपुर जिले में सामूहिक रूप से दफनाना आदि मांगें शामिल हैं।
सोनिया गांधी ने मणिपुर के कांग्रेस नेताओं से की मुलाकात
इस बीच कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सोमवार को मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह समेत राज्य के अन्य पार्टी नेताओं से मुलाकात की। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए।
मैतेई समुदाय की महिलाओं का असम राइफल्स के खिलाफ प्रदर्शन
इस बीच मैतेयी समुदाय की महिलाओं के समूह ‘मीरा पैबिस’ ने सोमवार को इंफाल घाटी के जिलों में असम राइफल्स के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह समूह राज्य के हिंसाग्रस्त इलाकों से अर्द्धसैन्य बल हटाए जाने की मांग कर रहा है।
नौ अगस्त को रैली निकालेगी यूएनसी
उधर, राज्य की प्रभावशाली नगा संस्था यूनाइटेड नगा काउंसिल (यूएनसी) ने मसौदा समझौते के आधार पर केंद्र के साथ जारी शांति वार्ता को सफलतापूर्वक जल्द पूरा कराने का दबाव बनाने के लिए उन इलाकों में नौ अगस्त को बड़े पैमाने पर रैलियां आयोजित करने का आह्वान किया है, जहां नगा समुदाय के लोग रहते हैं। रैलियां बुधवार को सुबह दस बजे से तामेंगलांग, सेनापति, उखरुल और चंदेल स्थित जिला मुख्यालयों में आयोजित की जाएंगी।