बरसात समाप्त होते ही उत्तर भारत के साथ मध्य भारत भी वायु प्रदूषण की चपेट में आ गया है।
इस बार तो दिल्ली के साथ ही मुंबई भी वायु प्रदूषण की गिरफ्त में है। केंद्र और राज्य सरकारों के तमाम दावों के बाद भी हर वर्ष ठंड शुरू होते ही देश के एक बड़े हिस्से में वायु प्रदूषण एक गंभीर संकट का रूप ले लेता है।
चूंकि ऐसा वर्षों से होता चला आ रहा है, इसलिए इस नतीजे पर पहुंचने के अलावा और कोई चारा नहीं कि वायु प्रदूषण के कारणों का निवारण करने के मामले में केवल कोरे वादे किए जा रहे हैं।