पिछले एक महीने से दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की समस्या बरकरार है। अब धीरे-धीरे ठंड भी बढ़ने लगी है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर वालों पर दोहरी मार पड़ रही है।
एक तरफ प्रदूषण और दूसरी तरफ ठंड के तेवर से लोग परेशान होने लगे हैं। दिल्ली के साथ साथ एनसीआर के भी कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में शामिल हो गई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 450 के पार चला गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 430, आरके पुरम में 410, पंजाबी बाग में 444 और आईटीओ में 422 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को पश्चिमी विक्षोभ बना है, जिसके चलते सोमवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।
आज दिल्ली में बारिश में संभावना
राजधानी में बदलते मौसम के मिजाज के चलते सोमवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रह सकता है। मौसम विभाग के अनुमान है कि सुबह हल्की बारिश होगी और शाम तक दिल्ली के तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हो सकती है। बारिश होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ेगी। इसके साथ ही बृहस्पतिवार और शुक्रवार को न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा दिन के तापमान में भी गिरावट होगी।
पराली नहीं, अब हॉट-स्पॉट बढ़ा रहे दिल्ली में प्रदूषण
आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति के बीच पराली का धुआं अब लगभग खत्म होने लगा है। पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के मामले घटकर 300 के आसपास और राजधानी के प्रदूषण में इसके धुएं की हिस्सेदारी महज दो से तीन प्रतिशत तक रह गई है।
बावजूद इस स्थिति के दिल्ली की हवा सांस लेने लायक नहीं हो पा रही है। आलम यह है कि राजधानी के हॉट स्पॉट ही यहां का प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। पहले से चिन्हित 13 में से 11 हॉट स्पॉट पर रविवार को प्रदूषण का स्तर दिल्ली के औसत स्तर से भी ज्यादा रहा। इनमें भी वजीरपुर जैसे हॉट स्पॉट का एक्यूआइ 464 यानी “अत्यंत गंभीर” श्रेणी तक जा पहुंचा।
प्रदूषण की रोकथाम का प्रयास शुरू
मालूम हो कि दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए लगभग पांच साल पहले 13 ऐसे हॉट स्पॉट की पहचान की गई थी, जहां पर प्रदूषण का स्तर आमतौर पर शहर के औसत स्तर से ज्यादा रहता है। लेकिन आज तक भी ये हॉट स्पॉट ही हैं।
इन जगहों पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए हर साल ही अलग से कार्ययोजना तैयार की जाती है। इस बार भी जाड़े की शुरुआत में इन सभी जगहों के लिए अलग से कार्ययोजना तैयार करके प्रदूषण की रोकथाम का प्रयास शुरू किया गया था। लेकिन, अभी तक का स्तर बताता है कि इन सभी जगहों पर प्रदूषण की रोकथाम में कोई खास कामयाबी नहीं मिली है।
यहां प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा
11 स्थलों पर अभी भी शहर के अन्य हिस्सों की तुलना में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा है। हॉट स्पॉट वाली जगहों पर प्रदूषण का स्तर इस तरह से भी समझा जा सकता है कि दिल्ली में रविवार को प्रदूषण का औसत स्तर जहां ”बहुत खराब” श्रेणी में है।
वहीं, जहांगीरपुरी, विवेक विहार और वजीरपुर जैसे हॉट स्पॉट पर प्रदूषण का स्तर इससे दो श्रेणी ऊपर ”अत्यंत गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया है। इन तीनों ही जगहों का एक्यूआइ रविवार शाम चार बजे 450 से ऊपर रिकार्ड किया गया।
मानकों से साढ़े तीन गुना ज्यादा प्रदूषण
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर मानकों से साढ़े तीन गुना ज्यादा हो गया है। शाम चार बजे दिल्ली की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 366 और पीएम 2.5 का औसत स्तर 216 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा जो मानकों से साढ़े तीन गुने से भी ज्यादा है।
दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में स्माग की चादर छाई है जिससे दृश्यता प्रभावित हुई है। सुबह के सात बजे सफदरजंग में दृश्यता का स्तर 500 मीटर दर्ज किया गया। शाम चार बजे यह 1500 मीटर तक पहुंची, जो सामान्य तौर पर दो हजार मीटर से ज्यादा होनी चाहिए।
किस हॉट स्पॉट पर कितना रहा एक्यूआई
वजीरपुर – 464
जहांगीरपुरी – 457
विवेक विहार – 455
पंजाबी बाग – 444
अशोक विहार – 446
रोहिणी – 432
बवाना – 438
मुंडका – 440
आनंद विहार – 438
आरके पुरम – 403
ओखला – 413
द्वारका – 392
नरेला – 382