व्यापार करने वालों को अब अमेरिकी वीजा पहले से कम समय में मिल जाएंगे। अप्रैल से यह व्यवस्था लागू हो सकती है।
वहीं, एच1बी वीजा पर अमेरिका में काम करने वाले प्रोफेशनल्स के परिवार को भी अमेरिका में ही वीजा रिन्युअल की सुविधा मिल सकती है।
पीयूष गोयल और कैथरीना ताई के बीच हुई थी बैठक
गत शुक्रवार को वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व अमेरिका की व्यापार कैथरीना ताई के नेतृत्व में नई दिल्ली में यूस-इंडिया ट्रेड पॉलिसी फोरम की बैठक आयोजित की गई जहां इन मसलों पर विचार किया गया था। शनिवार को गोयल ने बताया कि ई-1 व ई-2 वीजा मिलने में काफी समय लग जाता है, जिसके समय को कम करने की मांग अमेरिका के सामने रखी गई थी।
अप्रैल से मिलने लगेगा कम समय में वीजा
उन्होंने कहा कि अप्रैल से वीजा पहले की तरह कम समय में मिलने लगेगा। छात्र वीजा में पहले से ही कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि एच1बी वीजा के प्रोफेशनल्स को वीजा रिन्युअल के लिए अब भारत नहीं आना पड़ता है, लेकिन यह सुविधा उनके परिवार को नहीं हैं। भारत ने अमेरिका के समक्ष परिवार को भी यह सुविधा देने की मांग रखी थी जिस पर अमेरिका ने सकारात्मक आश्वासन दिया है।
आयात-निर्यात से जुड़े कारोबारियों को ई-1 वीजा की जरूरत होती है। अमेरिका में निवेश के आधार पर काम करने वालों को ई-2 वीजा की जरूरत होती है। यह वीजा मिलने में कई महीने लग जाते हैं।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने क्या कहा?
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि फोरम की बैठक में दोनों देशों की सरकारी खरीदारी में एक-दूसरे की भागीदारी बढ़ाने पर गंभीरता से चर्चा की गई। अमेरिका की सरकारी खरीद में भारत की भागीदारी होने से हमारे निर्यात में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि इसके बदले अमेरिका को भी भारत की सरकारी खरीद में मौका देना होगा।