पीरियड्स में गड़बड़ी से खा जाएंगी धोखा, जानें प्रेग्नेंसी के 6 शुरुआती लक्षण

अगर इस अवधि में किसी महिला को पीरियड ना हों तो ये गर्भावस्था का संकेत हो सकता है. मासिक धर्म में गड़बड़ी अक्सर अनचाही प्रेग्नेंसी में महिलाओं के लिए दिक्कत बन सकती है. खासतौर से अगर आप किसी ऐसी जगह रहते हैं जहां 6 सप्ताह के बाद गर्भपात कराने पर प्रतिबंध है.

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किसी महीने पीरियड ना होना प्रेग्नेंसी का सबसे पहला संकेत है. आमतौर पर मासिक धर्म चक्र 24 से 38 दिन का होता है.

अगर इस अवधि में किसी महिला को पीरियड ना हों तो ये गर्भावस्था का संकेत हो सकता है. मासिक धर्म में गड़बड़ी अक्सर अनचाही प्रेग्नेंसी में महिलाओं के लिए दिक्कत बन सकती है. खासतौर से अगर आप किसी ऐसी जगह रहते हैं जहां 6 सप्ताह के बाद गर्भपात कराने पर प्रतिबंध है. आइए आज आपको प्रेग्नेंसी के छह शुरुआती लक्षणों के बारे में बताते हैं.

बगैर उल्टी के जी मिचलाना- प्रेग्नेंसी में जी मिचलाना बड़ा सामान्य लक्षण है, लेकिन इसे मॉर्निंग सिकनेस कहना सही नहीं है. इस अवस्था में जी मिचलाने की समस्या किसी भी वक्त महिलाओं को घेर सकती है. यह जरूरी नहीं कि महिलाओं को उल्टी के साथ ही जी मिचलाने की दिक्कत हो. 2019 में हुए एक शोध के मुताबिक, 80 फीसद महिलाएं गर्भावस्था के दौरान जी मिचलाने का लक्षण महसूस करती हैं, जबकि उल्टी के साथ जी मिचलाने का लक्षण सिर्फ 35 से 40 फीसद महिलाओं को ही होता है.

स्तन में सूजन- स्तन या छाती के ऊतकों में बदलाव होना भी गर्भावस्था का शुरुआती लक्षण समझा जाता है. इस दौरान एक महिला को स्तन में सूजन, दर्द, छूने पर मुलायमपन या संवेदनशीलता महसूस होना या भारीपन महसूस होने पर भी ध्यान देना चाहिए. इसके अलावा स्तन के ऊपर नीले रंग की नसों का उभरना भी इसके लक्षणों में शुमार है.

ज्यादा पेशाब आना- गर्भावस्था में बाद के लक्षणों में अक्सर महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की दिक्कत होती है. लेकिन कुछ महिलाएं इस लक्षण का अनुभव पहले भी कर सकती हैं. यूरीनेशन की यह समस्या 4 सप्ताह के आस-पास भी महिलाओं को महसूस हो सकती है. इस दौरान भले ही आपको ज्यादा पेशाब आता हो, लेकिन फिर भी आप पेट में फुलाव महसूस करती रहेंगी.

गंध और स्वाद में बदलाव- डॉक्टर्स कहते हैं कि हार्मोन में बदलाव की वजह से गर्भावस्था में महिलाओं के स्वाद और सूंघने की शक्ति भी प्रभावित होती है. कॉफी, मसाले या क्लीनिंग प्रोडक्ट्स से अचानक मन हटने लगता है. मुंह में खट्टापन आने लगता है. पसंदीदा चीजों को खाने का मन नहीं करता है. मुंह में बहुत ज्यादा लार बनने लगती है.

नींद और थकावट- इस अवस्था में महिलाओं को बहुत ज्यादा नींद और थकावट महसूस होती है. गर्भवती महिलाएं बार-बार झपकी और उबासी लेने लगती हैं. नींद और थकावट गर्भावस्था का बेहद सामान्य सा लक्षण है जो चार सप्ताह के आस-पास तक महसूस हो सकता है. पीरियड ना होने पर थकावट या नींद का लक्षण दिखते ही फौरन एक प्रेग्नेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए.

ब्लीडिंग- अनचाही प्रेग्नेंसी की चिंता के बीच अगर आपको टॉयलेट पेपर या अंडरवियर के ऊपर गुलाबी रंग के स्पॉट दिखते हैं तो आप राहत की सांस लेती हैं. जाहिर है कि पीरियड होने का मतलब है कि आप प्रेग्नेंट नहीं हैं. लेकिन हो सकता है कि आपको पीरियड्स की वजह से ब्लीडिंग ना हो रही हो. कई बार यूटेरस लाइनिंग से फर्टिलाइज्ड एग के अटैच ना होने से भी ब्लीडिंग होने लगती है. यह गर्भाधान के 3-4 या 10-14 सप्ताह के बीच हो सकती है. ये स्पॉट बहुत छोटा हो सकता है. इसका रंग लाल की बजाए ब्राउन या पिंक हो सकता है. इस दौरान पेट में ऐंठन या कूल्हों में दर्द की समस्या भी हो सकती है.

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