पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट (BJP Candidate First List) में ऐलान किया कि बांसुरी स्वराज नई दिल्ली लोकसभा सीट (New Delhi Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ेंगी. टिकट मिलने के बाद बांसुरी स्वराज ने कहा कि वह अपनी मां द्वारा स्थापित विरासत को कायम रखने की कोशिश करेंगी, उन्हें यकीन है कि वह स्वर्ग से उन्हें आशीर्वाद देंगी.
मुझ पर मां का आशीर्वाद…
बांसुरी स्वराज ने एनडीटीवी से कहा, “मुझे पता है कि मुझ पर मां (सुषमा स्वराज) का आशीर्वाद है, लेकिन यह उपलब्धि बांसुरी स्वराज की नहीं, बल्कि दिल्ली बीजेपी के हर कार्यकर्ता की है.” बता दें कि बांसुरी स्वराज, एक प्रतिष्ठित वकील, राजनीतिक क्षेत्र में कानूनी प्रक्रियाओं में समृद्ध अनुभव रखती हैं. पिछले साल, भाजपा ने उन्हें भाजपा दिल्ली के कानूनी प्रकोष्ठ का सह-संयोजक नियुक्त किया था.
बांसुरी को कानूनी पेशे में शानदार अनुभव
बांसुरी स्वराज के पास कानूनी पेशे में पंद्रह वर्षों का शानदार अनुभव है. वह 2007 में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में शामिल हुई थीं. वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने प्रतिष्ठित बीपीपी लॉ स्कूल लंदन से कानून की डिग्री हासिल की. उनकी शैक्षणिक यात्रा में लॉ में बैरिस्टर के रूप में अर्हता प्राप्त करना और लंदन के ऑनरेबल इन इनर टेम्पल से बार में बुलाया जाना शामिल है. अपनी कानूनी साख को और बढ़ाते हुए, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट कैथरीन कॉलेज से मास्टर ऑफ स्टडीज की पढ़ाई पूरी की.
बांसुरी ने अपने पेशेवर करियर के दौरान, कई न्यायिक मंचों पर विवादास्पद मुकदमेबाजी में हाई-प्रोफाइल ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करते हुए, कानूनी क्षेत्र में अपने लिए एक अलग जगह बनाई है. उनकी विशेषज्ञता कानूनी क्षेत्रों की एक लंबी श्रृंखला तक फैली हुई है, जिसमें अनुबंध, रियल एस्टेट, कर, अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता और आपराधिक मुकदमे से जुड़े विवाद शामिल हैं.
दिल्ली सरकार पर हमला बोल सुर्खियां बटोरीं…
बांसुरी स्वराज ने पिछले साल तब सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक, 2023 को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर तीखा हमला बोला. दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आप सरकार की 2015 से उनकी कथित अक्षमता की आलोचना करते हुए, “झगड़ालु और निकम्मी सरकार बताया था. उन्होंने विधेयक पारित करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी, और विश्वास व्यक्त किया कि दिल्ली में प्रशासन अब कानून के अनुसार, काम करेगा।
आगामी लोकसभा चुनावों में 370 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य की दिशा में काम करते हुए भाजपा ने शनिवार को चुनाव की तारीखों की अधिसूचना से पहले ही 195 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर दी. इस सूची में पार्टी के सबसे मजबूत दावेदारों में शामिल हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे, और गृह मंत्री अमित शाह, जिन्हें गुजरात के गांधीनगर से फिर से मैदान में उतारा गया है.