कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के लोकप्रिय रामेश्वरम कैफे में हुए बम विस्फोट की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी गई है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
पूर्वी बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड में रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को हुए विस्फोट में कम से कम नौ लोग घायल हो गए थे. सूत्रों के अनुसार, विस्फोट की जांच एनआईए को सौंप दी गई है. उन्होंने बताया कि टोपी, मास्क और चश्मा पहने हुए एक व्यक्ति इस मामले में मुख्य संदिग्ध है और अभी उसका सुराग नहीं मिला है.
बता दें बेंगलुरु धमाके में शामिल संदिग्ध आरोपी सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ है. बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे के बाहर के सीसीटीवी फुटेज में एक सफेद रंग की टोपी पहने और कंधे पर बैग टांगे एक संदिग्ध शख्स कैद हुआ है. पुलिस को शक है कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे इसी शख्स ने कैफे के अंदर आगर बैग को प्लांट किया था. जिसके बाद ही यह धमाका हुआ है.
पुलिस की जांच में पता चला है कि संदिग्ध आरोपी रामेश्वरम कैफे में सबुह 11.30 बजे दाखिल हुआ. इसके बाद उसने 11.38 पर रवा इडली का ऑर्डर दिया. इसके बाद वह रवा इडली खाने के बाद 11.44 पर हाथ धोने के लिए वॉश बेसिन की तरफ गया. इसी दौरान उसने IED वाला बैग रख दिया. 11.45 पर संदिग्ध आरोपी कैफे से बाहर निकल गया. इसके बाद दोपहर 12.56 बजे धमाका हुआ.
कैफे मालिक ने कही ये बात
एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बात करते हुए रामेश्वरम कैफे के सह-संस्थापक दिव्या राघवेंद्र राव ने कहा कि विस्फोट के बाद शुरू में लगा था कि ये किचन में हुआ विस्फोट है. लेकिन बाद में समझ आया है ये बम धमाका है. हमे बाद में पता चला कि किचन के अंदर कोई चोट या खून नहीं था और विस्फोट कस्टमर एरिया में हुआ था. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद, हमने देखा कि मास्क और मफलर पहने एक व्यक्ति बिलिंग काउंटर पर आया और रवा इडली का ऑर्डर दिया. फिर उसने अपना ऑर्डर लिया और कोने में बैठ गया. उसने अपना खाना खत्म किया और एक बैग वहीं छोड़कर कैफे से बाहर चला गया.