लोकसभा सदस्य अब्दुल खालिक ने बुधवार को पार्टी की संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दिया गया अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद खालिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास ’10 राजाजी मार्ग’ पहुंचे और उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेने से संबंधित पत्र सौंपा.
खालिक ने कहा कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से उनसे संपर्क करने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया और वह राहुल गांधी के नेतृत्व काम करते रहेंगे. असम के बारपेटा से सांसद ने लोकसभा टिकट नहीं मिलने के बाद पिछले दिनों पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस संगठन में खालिक को जल्द ही कोई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. सोनिया गांधी के आवास ‘10 जनपथ’ पर उनसे मुलाकात के बाद खालिक ने कहा कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने विश्वास दिलाया है कि उनकी चिंताओं का समाधान होगा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैंने सोनिया गांधी से मुलाकात की. मुझे उन पर पूरा भरोसा है.”
खालिक ने गत शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी ने हाल ही में उनका टिकट काट दिया था. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे त्यागपत्र में यह दावा भी किया था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा और प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह के रवैये ने राज्य में पार्टी की संभावनाओं को खत्म कर दिया है. बारपेटा सीट से उनके स्थान पर कांग्रेस ने दीप बायान को उम्मीदवार बनाया है.
माना जा रहा है कि परिसीमन के चलते बदले सामाजिक समीकरण के कारण कांग्रेस ने बारपेटा में उम्मीदवार बदला. सूत्रों का कहना है कि खालिक ढुबरी से टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने वहां पूर्व मंत्री रकीबुल हुसैन को उम्मीदवार बनाया है.