नयी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कुल सात महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें दो कैबिनेट मंत्री बनाई गई हैं.
वहीं, पांच जून को भंग की जा चुकी पिछली मंत्रिपरिषद में कुल 10 महिला मंत्री थीं. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक को 18वीं लोकसभा की मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली.
नयी मंत्रिपरिषद में निर्मला सीतारमण, भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, रक्षा खडसे, सावित्री ठाकुर और निमुबेन बांभनिया और अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को शामिल किया गया है. सीतारमण और अन्नपूर्णा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, जबकि शेष ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली.
लोकसभा चुनाव में ईरानी, पवार और ज्योति अपनी मौजूदा सीटों क्रमश: अमेठी डंडोरी और फतेहपुर से हार गईं. वहीं, जरदोश, लेखी और भौमिक को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था. आम चुनाव में 74 महिला उम्मीदवादों ने जीत दर्ज की और यह संख्या 2019 में निर्वाचित 78 महिला प्रत्याशियों की तुलना में कुछ कम है. रविवार शाम, नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की और उनकी मंत्रिपरिषद के 71 सदस्यों ने शपथ ली.
नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले अपने संभावित मंत्रियों को पीएम आवास पर बुलाकर कामकाज को लेकर अहम दिशा-निर्देश दिए. नरेंद्र मोदी के लिए यह ऐतिहासिक पल है, क्योंकि वह लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं. इससे पहले सिर्फ जवाहर लाल नेहरू ही तीन बार प्रधानमंत्री बने हैं. नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी के सहयोगी दलों के नेता भी मंत्री पद की शपथ ली हैं. सबसे पहले केंद्रीय मंत्रियों ने शपथ ली, उसके बाद राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और फिर राज्य मंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण हुआ. बीजेपी को लोकसभा चुनाव 2024 में पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, इसलिए सहयोगियों की महत्ता भी काफी बढ़ गई है. बीजेपी को इस बार 240 सीटें हासिल हुई हैं. वहीं, टीडीपी ने16 और जेडीयू ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है.