दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ने के साथ-साथ हवा भी जहरीली हो गई है. द्वारका में ही आज AQI 500 पर पहुंच गया. लगातार छठे दिन दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया है.
दिल्ली के औसत AQI की बात करें तो ये 481 पर पहुंच गया है. सांस लेना दूभर हुआ तो ग्रैप-4 आज से लागू हो रहा है. यानी दिल्ली में जरूरी वाहनों को ही आने की इजाजत मिलेगी. बाहरी और डीजल वाहनों के प्रवेश पर सख्ती बरती जाएगी. साथ ही सरकार ने 9वीं तक स्कूल बंद करके ऑनलाइन क्लास शुरू करवा दी हैं. साथ ही कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम पर आज फैसला लिए जाने की उम्मीद है.
खराब श्रेणी में दिल्ली का AQI
दिल्ली के इलाकों के नाम | AQI@ 6.00 AM | कौन सा जहर | कितना औसत |
आनंद विहार | 487 | PM 2.5 का लेवल हाई | 487 |
मुंडका | 495 | PM 2.5 का लेवल हाई | 495 |
वजीरपुर | 490 | PM 2.5 का लेवल हाई | 490 |
जहांगीरपुरी | 484 | PM 2.5 का लेवल हाई | 484 |
आर के पुरम | 465 | PM 10 का लेवल हाई | 465 |
ओखला | 479 | PM 2.5 का लेवल हाई | 479 |
बवाना | 495 | PM 2.5 का लेवल हाई | 495 |
विवेक विहार | 485 | PM 2.5 का लेवल हाई | 485 |
नरेला | 479 | PM 2.5 का लेवल हाई | 479 |
ऑनलाइन चलेगी बच्चों की क्लास
दिल्ली सरकार ने रविवार को घोषणा की कि दसवीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स को छोड़कर अन्य सभी के लिए फिजिकल क्लास कैंसिल रहेंगी. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जीआरएपी-चार लागू होने के साथ ही क्लास 10वीं और 12वीं के छात्रों को छोड़कर सभी छात्रों के लिए फिजिकल क्लास कैंसिल रहेंगी. सभी स्कूल अगले आदेश तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करेंगे.” सभी सरकारी और निजी विद्यालयों के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नौवीं और 11वीं क्लास तक फिजिकल क्लास अगले आदेश तक न हों.
वर्क फ्रॉम होम पर दिल्ली में फैसला आज
सीएक्यूएम ने कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने का विकल्प भी पेश किया जा सकता है. राज्य सरकारें कॉलेज बंद करने, गैर-जरूरी व्यावसायिक गतिविधियों को सीमित करने और वाहनों के लिए ऑड-ईवन नियम लागू करने का भी निर्णय ले सकती हैं. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से क्या वर्क फ्रॉम होम की सुविधा मिलेगी या नहीं, इस पर दिल्ली सरकार आज फैसला ले सकती है.
बढ़ते प्रदूषण की वजह से ग्रैप-4 लागू
अक्टूबर से दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. इसके मुख्य कारण मौसम में ठंडक, हवा का धीमे बहना, पटाखे, पराली जलाना और वाहनों से होने वाला प्रदूषण हैं. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में पराली जलाने का असर दिल्ली पर भी पड़ता है. शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, शुक्रवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का तीसरा चरण लागू किया था जबकि सोमवार से ग्रैप-4 लागू करने का निर्णय लिया गया है.
ग्रैप-4 के बाद शहर में क्या-क्या पाबंदियां
ग्रैप-4 लागू किए जाने के बाद हवा की क्वालिटी को सुधारने के लिए सरकार द्वारा कई कड़े उपाय लागू किया है. इस चरण में कारखानों, निर्माण कार्यों और यातायात पर कड़ी पाबंदियां लगाई गई है, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके. जब प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और औसत एक्यूआई 450 को पार कर जाता है तो ग्रैप का चौथा चरण लागू किया जाता है. ग्रैप-4 लागू होने के बाद प्रतिबंध सबसे ज्यादा और सबसे कड़े होते हैं.
ग्रैप-4 लागू होने के बाद दिल्ली में ट्रक, लोडर समेत अन्य भारी वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत नहीं है. हालांकि, जरूरी सामानों की आपूर्ति करने वाले वाहनों को प्रवेश दिया जाता है. सभी प्रकार के निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. राज्य सरकार स्कूली छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास और सरकारी और प्राइवेट ऑफिस के लिए घर से काम करने पर भी निर्णय लेती हैं. ऑड-ईवन का निर्णय भी चौथे चरण में लिया जा सकता है, हालांकि यह जरूरी नहीं है.
जीआरएपी-4 लागू होने का असर दिल्ली की कुछ बड़ी परियोजनाओं पर पड़ेगा. दिल्ली में चल रहे 6 अंडर पास और बायपास बनाने के काम में देरी होगी. चार नए अस्पतालों के निर्माण में देरी हो सकती है. जानकारों के मुताबिक मुकरबा चौक व हैदरपुर मेट्रो रोड को जाममुक्त बनाने के लिए तीन अंडरपास के निर्माण का काम भी प्रभावित होगा. प्रगति मैदान के पास भैरों मार्ग से रिंग रोड पर जाने के लिए अंडरपास के काम पर भी ब्रेक लग जाएगा. यमुना खादर में मयूर विहार फेज-एक के सामने बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर फेज-तीन के काम में भी देरी हो सकती है.
रविवार को दिल्ली की हवा का बुरा हाल
दिल्ली में रविवार को एक्यूआई 500 के पार दर्ज किया गया. कई इलाकों में एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया. दिल्ली का एक्यूआई सुबह आठ बजे 477 था जो शाम को 548 हो गया. इसके अलावा, अलीपुर का एक्यूआई 586, आनंद लोक का 586, आनंद पर्वत का 521, आनंद विहार 608, अशोक विहार फेज-1 का 539, बवाना औद्योगिक क्षेत्र का 534, भलस्वा लैंडफिल का 508, ग्रेटर कैलाश का 586, आईटीआई शाहदरा का 608, कालकाजी का 646 और पीजीडीएवी कॉलेज का 701 है.