देहरादून में पासपोर्ट बनवाने वालों के लिए बुरी खबर, 30 दिसंबर से पहले कोई अपॉइंटमेंट नहीं

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वैश्वीकरण (ग्लोबलाइजेशन) के दौर में विदेश सैर अब आम बात हो गई है। सैर से लेकर बिजनेस टूर और नौकरी के लिए दूनवासी बड़ी संख्या में विदेश भ्रमण कर रहे हैं।

जाहिर है, इसके लिए पासपोर्ट की जरूरत भी पड़ती है। इसका असर पासपोर्ट के बढ़ते आवेदनों के रूप में देखने को मिल रहा है। हालांकि, पासपोर्ट के आवेदनों की बढ़ती संख्या में पासपोर्ट सेवा केंद्र देहरादून हांफने लगा है।

आज आवेदन किया जाए तो माहभर बाद अपाइंटमेंट (मिलने का निर्धारित समय) मिल रहा है। पासपोर्ट आवेदनों के बढ़ते दबाव की ताजा तस्वीर आरटीआइ कार्यकर्ता भूपेंद्र कुमार की ओर से क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी कार्यालय देहरादून से मांगी गई जानकारी में सामने आई है।

आरटीआइ दस्तावेजों के अनुसार 02 दिसंबर को पासपोर्ट सेवा केंद्र में 29 दिसंबर तक के सभी अपाइंटमेंट बुक हो गए थे। इसके बाद 30 दिसंबर को 380 ही अपाइंटमेंट खुले पाए गए। यह आंकड़ा भी केंद्र की पूरी क्षमता से 185 कम पाया गया। कई देशों में वीजा के साथ ही पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) की जरूरत भी पड़ती है।

इसके अपाइंटमेंट मिलने में भी दून में 10 से 11 दिन का समय लग रहा है। ऐसे में थोड़ा भी ऊंच नीच हुई तो विदेश सैर खटाई में पड़ सकता है या नौकरी का कोई अवसर भी हाथ से निकल सकता है। ऐसे में भलाई इसी में है कि पासपोर्ट का नया आवेदन या पासपोर्ट नवीनीकरण का काम अपाइंटमेंट सर्किल को देखते हुए समय रहते करा लेना चाहिए।

आवेदन होल्ड हुआ तो बढ़ेगी मुश्किल
पासपोर्ट के कई आवेदनों में त्रुटियां भी होती हैं। जिसमें कुछ का समाधान क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी कार्यालय देहरादून में ही संभव है। ऐसा नहीं है कि यहां भी काम झट से हो जाएगा। आवेदनों के दबाव का असर यहां भी नजर आ रहा है। इस कार्यालय के लिए भी अपाइंटमेंट लेना आवश्यक है। इस कार्यालय में भी 08 से 10 दिन बाद नंबर आ रहा है। 02 दिसंबर के आंकड़ों पर गौर करें तो 10 दिसंबर तक के सभी अपाइंटमेंट बुक थे और इस समय के बाद सिर्फ 10 ही अपाइंटमेंट खुले पाए गए।

दून में कम पड़ रहे 565 अपाइंटमेंट
देहरादून स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में रोजाना 565 अपाइंटमेंट जारी किए जा रहे हैं। इसके बाद भी नागरिकों को माहभर बाद का अपाइंटमेंट मिल रहा है। माहभर बाद भी अपाइंटमेंट पूरी क्षमता के साथ जारी नहीं हो पा रहे हैं। इससे न सिर्फ नागरिकों को बहुत इंतजार करना पड़ रहा है, बल्कि कार्मिकों पर भी काम का बोझ नजर आता है।

दून का दबाव कम कर सकते हैं पोस्टआफिस केंद्र, क्षमता बढ़ी
दून में पासपोर्ट के लिए दिख रही मारामारी की स्थिति को प्रदेश के पोस्टआफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) कम कर सकते हैं। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी विजय शंकर पांडे के अनुसार अभी भी पासपोर्ट बनाने के लिए तमाम लोग देहरादून का रुख कर रहे हैं।

इसका एक बड़ा कारण जानकारी का अभाव भी हो सकता है। ऐसे में दून और निकटवर्ती क्षेत्रों में व्यक्तियों को भी अनावश्यक विलंब करना पड़ता है। ऐसे में यदि पासपोर्ट के आवेदक अपने क्षेत्र के निकटवर्ती पीओपीएसके के विकल्प चुनें तो दून में बढ़ता दबाव कम किया जा सकता है।

दून में दबाव के बाद पीओपीएसके की क्षमता बढ़ाई
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी विजय शंकर पांडे के अनुसार पूर्व में पोस्ट आफिस केंद्रों में प्रतिदिन 45 अपाइंटमेंट जारी किए जा रहे थे। दून में बढ़ते दबाव को देखते हुए यह क्षमता कुछ ही दिन पूर्व 90 कर दी गई है। जिसमें 80 पासपोर्ट और 10 पीसीसी के अपाइंटमेंट शामिल हैं। इनमें 02 से सात दिन के भीतर अपाइंटमेंट मिल जा रहे हैं।

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