तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि श्रद्धा की हत्या के मामले में आरोपी आफताब पूनावाला को जेल की कोठरी में चौबीसों घंटे कैमरे की निगरानी में रखा गया है.
आफताब को तिहाड़ जेल नंबर 4 में रखा जा रहा है. जहां उसकी गतिविधियों पर करीबी से नजर रखी जा रही है. दिल्ली की एक अदालत ने आफताब को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. जबकि पुलिस ने और सुराग खोजने के लिए एक महिला से पूछताछ की, जो हत्या के बाद उसके घर पर आई थी.
इस मामले में चौंकाने वाले विवरण सामने आ रहे हैं. आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा का गला घोंट उसका मर्डर कर दिया और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया. शव के इन टुकड़ों को उसने अपने कमरे में 300 लीटर के फ्रिज में रखा, जिन्हें बाद में उसने फेंक दिया. महाराष्ट्र से ये लिव-इन कपल हाल ही में दिल्ली में किराए के फ्लैट में रहने आया था, जहां खर्च बढ़ने पर उनका झगड़ा हुआ था.
पुलिस जांच में पता चला है कि उनके बीच कम से कम दो साल से संबंध सही नहीं थे. हिरासत के आदेश के बाद आफताब पूनावाला का मेडिकल किया गया. पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि वह सेल में अकेला नहीं है, बल्कि उसकी सुरक्षा को लेकर सभी सावधानियां बरती जा रही हैं. उसे 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था, जिसे 17 नवंबर को और पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया गया था. मंगलवार को उसे चार और दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
इस बीच, पुलिस ने एक महिला से भी पूछताछ की, जो हत्या के कुछ दिन बाद उसके फ्लैट पर आई थी. पुलिस ने कहा कि वह एक डेटिंग ऐप के माध्यम से महिला मनोवैज्ञानिक के संपर्क में आया. जिसे उसने अपने आवास पर बुलाया. जांच दल के सूत्रों ने कहा कि श्रद्धा के शरीर के टुकड़े उस समय भी रेफ्रिजरेटर के अंदर ही थे, जब उसने महिला मनोवैज्ञानिक को अपने घर पर बुलाया.
शुक्रवार को आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ. अब उसका नार्को-एनालिसिस टेस्ट अगले कुछ दिनों में होगा. पुलिस ने उसके फ्लैट से पांच चाकू जब्त किए थे और उन्हें यह पता लगाने के लिए फोरेंसिक लैब भेजा था कि क्या अपराध में उनका इस्तेमाल किया गया था. पुलिस ने पहले कहा था कि कथित तौर पर श्रद्धा के शव को काटने के लिए इस्तेमाल की गई आरी अभी तक बरामद नहीं हुई है. पुलिस ने कहा कि यह पुष्टि करने के लिए डीएनए परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त करना अभी बाकी है कि क्या जंगल में पाए गए शरीर के अंग वास्तव में श्रद्धा के हैं.