छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा के बाद सरकार एक्शन मोड में आ गई है।
हिंसा के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकार ने मंगलवार देर रात को कलेक्टर कुमार लाल और एसपी सदानंद को हटा दिया है। दीपक सोनी को कलेक्टर और विजय अग्रवाल को नया एसपी बनाया गया है।
वहीं, इस मामले में पुलिस ने 83 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अलग-अलग आठ एफआइआर दर्ज की हैं। इसमें 40-50 नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लगभग 60 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिनके वाहन जलाए गए हैं उनमें से 60 से अधिक लोगों ने भी शिकायत की है।
हिंसा में 50 से अधिक लोग घायल
सूत्रों के अनुसार तीन कांग्रेसी नेताओं पर भी अपराध दर्ज किया गया है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस का दावा है कि प्रदर्शनकारी अपने साथ पेट्रोल बम और पत्थर लेकर आए थे। 100 बाइक, 30 से अधिक चारपहिया और दो दमकल वाहन को आग के हवाले किया गया है। 50 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। हिंसा होने के बाद सोमवार देर रात को गृह मंत्री विजय शर्मा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था।
कांग्रेस ने बनाई जांच समिति
बलौदाबाजार की घटना पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जांच समिति बनाई है। समिति के पदाधिकारी घटना स्थल पर जाकर कारणों की जांच करेंगे। इधर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि देश में अपनी तरह की यह पहली घटना है। सरकार की लापरवाही की वजह से इतनी बड़ी घटना हो गई। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।