Delhi Pollution: फिर बिगड़ी दिल्ली की हवा, ‘गंभीर’ श्रेणी की दहलीज पर AQI; छह दिन तक नहीं राहत के आसार

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पांच दिन की आंशिक राहत के बाद दिल्ली में हवा फिर से जहरीली हो गई है। शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआई वापस “गंभीर” श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गया।

चौबीस घंटे के भीतर ही इसमें 108 अंकों की वृद्धि हो गई। 18 इलाकों की हवा तो “गंभीर” श्रेणी में पहुंच भी गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 500 के पार चला गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 417, आरके पुरम में 400, पंजाबी बाग में 423 और आईटीओ में 378 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा।

दिल्ली की हवा फिर हुई खराब

गौरतलब है कि शनिवार को ही दिल्ली का एक्यूआई “गंभीर” से “बहुत खराब” श्रेणी में आया था। सोमवार और मंगलवार को हुई बरसात के बाद बुधवार को प्रदूषण के स्तर में और सुधार दर्ज किया गया था, एक्यूआई 300 से भी नीचे यानी “खराब” श्रेणी में आ गया था। लेकिन एक दिन बाद ही बृहस्पतिवार को यह “गंभीर” श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दिल्ली का एक्यूआई 398 रहा। इस स्तर की हवा को “बहुत खराब” श्रेणी में रखा जाता है, “गंभीर” श्रेणी से यह सिर्फ तीन अंक नीचे है। बुधवार को सूचकांक 290 के अंक पर रहा था। चौबीस घंटे के भीतर ही सूचकांक में 108 अंकों की बढ़ोतरी हो गई। उधर दिल्ली के 18 इलाकों का एक्यूआई बृहस्पतिवार शाम चार बजे “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया। इन सभी जगहों का एक्यूआई 400 से ऊपर है। मुंडका और वजीरपुर इलाके का एक्यूआई 450 से ऊपर यानी हवा “अत्यंत गंभीर” श्रेणी में पहुंची गया।

यहां की हवा सबसे खराब

मुंडका – 453
वजीरपुर – 454
पंजाबी बाग – 445
जहांगीरपुरी – 441
विवेक विहार – 431
सामान्य से सवा तीन गुना ज्यादा प्रदूषण

मानकों के मुताबिक, हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए हितकर माना जाता है। बुधवार की शाम चार बजे दिल्ली और एनसीआर की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 331 और पीएम 2.5 का स्तर 202 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा। यानी दिल्ली और एनसीआर की हवा में मानकों से सवा तीन गुना ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।

हवा की रफ्तार पड़ी सुस्त

दिल्ली में इस समय हवा की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। खासतौर पर बुधवार को हवा की रफ्तार बहुत कम रही। दिन में भी हवा की रफ्तार आमतौर पर दस किमी प्रति घंटे से कम ही रही। आसमान में बादल छाए रहने के चलते धूप भी नहीं निकली। तापमान बढ़ने से भी प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा होता है। मौसम के इन्हीं विपरीत कारकों के चलते दिल्ली की हवा में प्रदूषक कण ज्यादा देर तक बने हुए हैं।

छह दिन तक राहत के आसार नहीं

दिल्ली के लोगों को जानलेवा प्रदूषण से अगले छह दिनों तक राहत मिलने की संभावना नहीं दिख रही है। दरअसल, नवंबर महीने में दो बार प्रदूषण के स्तर में सुधार दर्ज किया गया। इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ के चलते हुई वर्षा ही मुख्य कारण रही है। लेकिन, अगले छह दिनों के बीच मौसम का इस तरह का कोई मजबूत सिस्टम सक्रिय होने की संभावना कम है। इसके चलते प्रदूषण का स्तर कमोबेश ऐसा ही बना रहेगा।

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