देश भर में कोविड को लेकर अलर्ट के बीच मध्य प्रदेश में करीब 32 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में कोरोना (Corona) के बढ़ते संक्रमण की समीक्षा के बाद 20 दिसंबर को पूरे देश में कोविड का अलर्ट जारी किया था.

साथ ही सभी राज्यों के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिवों को कोविड के संक्रमण को बढ़ने से पहले नियंत्रित करने के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन बढ़ाने का फार्मूला दिया था. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोविड अलर्ट के बाद वैक्सीनेशन 6 गुना बढ़ गया, लेकिन टेस्टिंग 5 गुना तक घट गई. राज्य में फिलहाल 4 ही एक्टिव मामले हैं जिसमें से राजधानी भोपाल में 3 हैं. फिक्र की बात ये है कि हालात संभालने वाले

स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले हफ्ते विधानसभा में कोरोना के नऐ वेरिएंट को लेकर सावधानी और तैयारी की बात कर रहे थे. इस दौरान सीएम ने इससे सावधान रहने के लिए कहा था.

वहीं सदन के बाहर भोपाल के जेपी अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी धरने पर बैठे थे. कुछ लोगों ने गलती से स्वास्थ्य मंत्री को घेरने की जुर्रत कर ली, तो पेशेवर अपराधी की तरह रस्सी से बांधकर उन्हें थाने लाया गया. इन्हीं स्वास्थ्यकर्मियों के बूते हम कोरोना से लड़ रहे थे, तब इन्हें मालाएं पहनाईं गई और आज हक मांगने पर हथकड़ी. आज राज्य में 32,000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी अपने हक़ के लिये प्रदर्शन कर रहे हैं.

संविदा स्वास्थ्य अधिकारी मीना शुक्ला ने कहा कि आज हम बकरे का मास्क लगाकर बैठे हैं, क्योंकि हमें बलि का बकरा बनाया गया है. कोविड के समय हमने गांव गांव में स्क्रीनिंग की, दवा दी और आज मामाजी सब भूल गए हैं.

स्टाफ नर्स माया कुशवाहा ने कहा कि हम नियमतीकरण चाहते हैं, नया कोविड आ रहा है, हम अपनी जान की ना सोचते हुए सरकार की सोचते हैं. वहीं एक कर्मचारी कोमल सिंह ने कहा कि हमें नियमित किया जाए, सपोर्ट स्टाफ को पुन रखा जाए और निष्कासित कर्मचारियों को वापस लिया जाए.

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुनील यादव ने कहा कि हमारे कई चिकित्सक 12000 की नौकरी करते हैं, कई लोग शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द हमें नियमितीकरण का तोहफा दें.

वहीं गुना में तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप भूसा खाया. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी यही कह रहे हैं कि बातचीत चल रही है

दो सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की ये हड़ताल 15 दिसंबर से चल रही है.

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