अयोध्या ने अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ा, राम की पैड़ी पर एक साथ जले 22 लाख दीये

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दीपावली के अवसर पर आज अयोध्‍या नगरी में भव्‍य दीपोत्‍सव का आयोजन किया गया. राम की नगरी आज 22 लाख से ज्‍यादा दीपों से जगमगा उठा. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि 22 लाख दीये जलाकर आपना ही रिकॉड तोड़ दिया और एक बार फिर एक नया रिकॉड अपने नाम किया है.

भगवान राम की नगरी अयोध्या ने यह उपलब्धि तब हासिल की, जब दिवाली की पूर्व संध्या पर दीपोत्सव समारोह के दौरान एक ही समय में 51 घाटों पर लगभग 22.23 लाख मिट्टी के दीपक जलाए गए. 2017 में CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के गठन के साथ अयोध्या में दीपोत्सव समारोह शुरू हुआ. उस वर्ष, लगभग 51,000 दीये जलाए गए और 2019 में यह संख्या 4.10 लाख हो गई. 2020 में 6 लाख से अधिक और 2021 में 9 लाख से अधिक मिट्टी के दीपक जलाए गए. 2022 में राम की पैड़ी के घाटों पर 17 लाख से ज्यादा दीये जलाए गए. हालांकि, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने केवल उन्हीं दीयों को ध्यान में रखा जो पांच मिनट या उससे अधिक समय तक जलते रहे और रिकॉर्ड 15.76 लाख पर सेट किया गया.

दीपोत्सव से पहले भव्य शोभायात्रा
दिवाली की पूर्व संध्या पर यहां सातवें दीपोत्सव से पहले रामायण, रामचरितमानस और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर आधारित 18 झांकियों के साथ एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा में लोक कलाकारों ने भी प्रस्तुति दी. कई स्थानों पर झांकियों की आरती उतारी गई. शोभायात्रा, उदया चौराहे से शुरू हुई और शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए राम कथा पार्क पहुंची.

ये झांकियां बाल अधिकार, भयमुक्त समाज, गुरुकुल शिक्षा व बच्चों का अधिकार, बेसिक शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा व कल्याण, आत्मनिर्भरता, वन एवं पर्यावरण संरक्षण, और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर आधारित हैं. अपराधियों एवं भू-माफियाओं के विरुद्ध अभियान की झांकियां भी शामिल की गईं. कई सरकारी कार्यक्रमों को भी प्रदर्शित किया गया.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से ड्रोन की गणना के उपरांत एग्जीक्यूटर स्वप्निल दंगारीकर व कन्सल्टेंट निश्चल बरोट द्वारा जैसे ही यह जानकारी दी गई. इससे पहले विगत वर्ष भी दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र सौंपे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समूची अयोध्या का अभिवादन किया. 54 देशों के राजनयिक भी इसके साक्षी बने. उन्होंने भी इस अविस्मरणीय, अद्भुत उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हृदय से शुभकामनाएं दीं.

हर दिल में फिर उतरे योगी
2017 में दीपोत्सव के सृजनकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस आयोजन के बाद समूचे देश के दिल में उतर गए. अयोध्या से अपनी गोरक्षपीठ के प्रगाढ़ रिश्तों को मूर्त रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने इसे अनवरत जारी रखा. पहले कार्यकाल के बाद दूसरे कार्यकाल के दूसरे दीपोत्सव में भी जब यह आयोजन समृद्धतम रहा तो दीपों से दिव्य और भावनाओं से भव्य अयोध्या ने अपने योगी को फिर दिल में बैठा लिया.

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