भारत जोड़ो यात्रा : राहुल गांधी के स्वागत के लिए बूंदी में जुटे हजारों लोग, कई दिग्गज नेता भी साथ में आए नज़र
कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का स्वागत करने के लिए शनिवार को राजस्थान के बूंदी जिले में हजारों लोग सड़कों पर जमा हो गए. राहुल गांधी के नेतृत्व में मार्च रात के लिए रुकने से पहले लगभग 30 किलोमीटर की दूरी तय कर चुका था.
गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाने के लिए शुक्रवार को एक दिन का विराम करने के बाद बूंदी के गुदली गांव से पैदल मार्च के 94वें दिन फिर यात्रा शुरू की. शाम करीब साढ़े छह बजे यात्रा बालापुरा चौराहा होते हुए बूंदी के कापरेन क्षेत्र के कोडक्या गांव पहुंची, जहां स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया. यात्री रात को गांव में रुकेंगे और रविवार को फिर मार्च शुरू करेंगे.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटसारा, कई अन्य पार्टी नेता दिन में राहुल गांधी के साथ थे. जैसे ही यात्रा सुनवासा गांव पहुंची, यात्रियों का वेद विद्यालय के छात्रों ने संस्कृत श्लोकों का उच्चारण कर स्वागत किया. जोधपुर से सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार पुखराज मेहरा (65) अपने पांच-छह साथियों के साथ शुक्रवार की रात बूंदी पहुंचे और यात्रा में शामिल हुए. करीब पांच किलोमीटर तक यात्रा करने वाले मेहरा ने कहा, ‘‘सुरक्षा घेरे से बाहर होने के बावजूद मेरे पास राहुल गांधी को करीब से देखने का मौका था.”
बूंदी के एक गांव अर्नेटा में दोपहर के भोजन के लिए रुकने के दौरान राहुल गांधी ने राजस्थान सरकार की ‘मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना’ के तहत आईआईटी-नीट की मुफ्त कोचिंग ले रहे 30 से अधिक छात्रों से बातचीत की. अर्नेटा में लगभग 45 मिनट के संवाद सत्र में पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए लक्षित योजना के तहत कोटा शहर के तीन अलग-अलग कोचिंग संस्थानों में नामांकित 33 छात्रों की भागीदारी देखी गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता जयराम रमेश और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे.
नीट की तैयारी कर रहे सवाई माधोपुर जिले के दुर्गेश वैष्णव ने गांधी को बताया कि खंडार तहसील में उनके पैतृक गांव सुमनपुरा में माध्यमिक स्तर का सिर्फ एक सरकारी स्कूल है और वहां की ज्यादातर लड़कियां इसके कारण आगे की पढ़ाई करने में असमर्थ हैं. गांधी के साथ अपनी बातचीत पर वैष्णव ने बाद में कहा, ‘‘मेरी चिंताओं को सुनने के बाद राहुल-जी ने मुख्यमंत्री गहलोत की ओर देखा, जिन्होंने माध्यमिक स्तर के स्कूल को तुरंत वरिष्ठ माध्यमिक में अपग्रेड करने का आश्वासन दिया.” उन्होंने कहा कि यह उनके क्षेत्र की लड़कियों के लिए एक राहत के रूप में आएगा और वह गांधी की तत्काल सकारात्मक प्रतिक्रिया से खुश हैं.
छात्र ने कहा, ‘‘राहुल जी इतने सरल और विनम्र हैं कि मुझे नहीं लगा कि मैं इतनी बड़ी शख्सियत से बात नहीं कर रहा हूं.” आईआईटी की तैयारी कर रही ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा खुशी मेघवाल ने कहा, ‘‘जब मैंने राहुल गांधी को ताइक्वांडो के प्रति अपने जुनून के बारे में बताया, तो उन्होंने कहा कि वह खुद एक मार्शल आर्टिस्ट हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि वह पास की ताइक्वांडो अकादमी में मेरा नामांकन सुनिश्चित करेंगे. मेघवाल ने कहा कि विभिन्न सरकारी छात्रवृत्ति परीक्षाओं को रद्द करने के बारे में उनकी चिंताओं पर राहुल गांधी ने इसकी जांच का आश्वासन दिया.
जिस कोचिंग संस्थान में छात्र पढ़ रहे हैं, उसके एक संकाय सदस्य ने कहा, ‘‘छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश में शिक्षा प्रणाली वास्तव में एक चयन प्रणाली है.” संकाय सदस्य ने कहा, ‘‘गांधी ने कहा कि शिक्षा प्रश्न पूछना सिखाती है, लेकिन मौजूदा प्रणाली सिखाती है कि परीक्षा में कैसे चयनित हुआ जाए.” दोपहर के भोजन के बाद दिन में साढ़े तीन बजे यात्रा फिर से शुरू हुई और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी इसमें शामिल हुए. केशोरायपाटन कस्बे में कांग्रेस के स्थानीय नेता राकेश बोयात के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों ने राहुल गांधी का अभिवादन किया. गांधी ने उनसे थोड़ी देर बातचीत की और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं.