जाम्बिया से आए संसदीय शिष्टमंडल ने संसद भवन परिसर में गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की.
यह शिष्टमंडल जाम्बिया गणराज्य की नेशनल असेंबली की स्पीकर नेली बुटेटे काशुम्बा मुट्टी के नेतृत्व में आया है. भारतीय संसद की ओर से जाम्बिया के शिष्टमंडल के सदस्यों का स्वागत करते हुए ओम बिरला ने महामहिम नेली बुटेटे काशुम्बा मुट्टी को जाम्बिया की नेशनल असेंबली की प्रथम महिला स्पीकर चुने जाने पर बधाई दी.
लोकतंत्र की जननी भारत का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा और जीवंत लोकतंत्र है जहां 90 करोड़ से अधिक मतदाता लोक सभा के 545 सांसदों का चुनाव करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि सदन में जनप्रतिनिधि, नागरिकों की आशाओं, आकांक्षाओं और अभावों को अभिव्यक्ति प्रदान करते हैं.
भारत की विकास यात्रा के संदर्भ में ओम बिरला ने कहा कि देश की प्रगति में लोकतांत्रिक प्रणाली का बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले सात दशकों में संसद ने समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं को सुलझाने के लिए कई प्रगतिशील सामाजिक और आर्थिक कानून बनाए हैं.
संसदीय व्यवस्था में व्यापक समिति प्रणाली का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि समितियों के माध्यम से कार्यपालिका की जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है जिससे संसदीय पर्यवेक्षण और सदृढ़ होता है. बिरला ने कहा कि मौजूदा बजट सत्र में संसद, लोक वित्त के प्रहरी के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन मजबूती से कर रही है.
ऐतिहासिक रूप से भारत और जाम्बिया के द्विपक्षीय संबंधों को बहुआयामी और पारस्परिक सहयोग पर आधारित बताते हुए बिरला ने कहा कि वर्तमान शताब्दी में दोनों देशों के सौहार्दपूर्ण संबंध मजबूत हुए हैं और दोनो देशों के बीच सहयोग का दायरा बढ़ा है. विश्व में सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था, भारत का उल्लेख करते हुए बिरला ने हर्ष व्यक्त किया कि भारत और जाम्बिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश भी लगातार बढ़ रहा है.