भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में शुक्रवार को हराकर तीन टी20 मैचों की सीरीज में वापसी की।
उसने बारिश के कारण प्रभावित हुए मैच को छह विकेट से अपने नाम कर लिया। आठ-आठ ओवर के हुए इस मुकाबले में टीम इंडिया के लिए कई चीजें अच्छी हुईं तो कई खराब। अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी हुई। कप्तान रोहित शर्मा अपने पुराने फॉर्म में लौटे। वहीं, कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने टीम की चिंता भी बढ़ाई।
मैच में क्या हुआ?
टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने आठ ओवर में पांच विकेट गंवाकर 90 रन बनाए। मैथ्यू वेड ने 20 गेंदों में 43 रन की नाबाद पारी खेली। वहीं, एरॉन फिंच ने 15 गेंदों में 31 रन बनाए। अक्षर पटेल ने दो विकेट झटके।
जवाब में भारत ने 7.2 ओवर में चार विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कप्तान रोहित शर्मा ने 20 गेंदों में 46 रन की नाबाद पारी खेली। वहीं, दिनेश कार्तिक ने आठवें ओवर में एक छक्का और एक चौका लगाकर मैच फिनिश किया। रोहित को उनकी पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया।
मैच का टर्निंग पॉइंट
अक्षर पटेल के ओवर: जिस पिच में सभी गेंदबाजों की पिटाई हो रही थी उस पर अक्षर ने कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने अपने पहले और पारी के दूसरे ओवर में ग्लेन मैक्सवेल को क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद अक्षर ने अपने अगले ओवर की पहली गेंद पर टिम डेविड को भी बोल्ड कर दिया। दो विस्फोटक बल्लेबाजों को आउट कर अक्षर ने ऑस्ट्रेलिया को दबाव में ला दिया।
भारत के पक्ष में क्या चीजें हुईं?
रोहित शर्मा का फॉर्म में लौटना: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे यह लगा कि पुराना हिटमैन वापस आ गया है। उनके बल्ले पर सही से गेंदें आ रही थीं। वह अपने पुराने अंदाज में उसे खेल पा रहे थे। रोहित ने विस्फोटक पारी खेली और चार चौकों के साथ चार छक्के भी उड़ाए। 20 गेंद पर 46 रन की नाबाद पारी में उनका स्ट्राइक रेट 230.00 का रहा। उन्होंने करीब सात-आठ महीनों के बाद इस तरह से बल्लेबाजी की। वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम के लिए ये शुभ संकेत हैं।
जसप्रीत बुमराह की वापसी: एशिया कप से बाहर रहने वाले भारत के सबसे महत्वपूर्ण तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में वापसी की। उन्होंने दो ओवर में 23 रन दिए। उनकी इकोनॉमी 11.50 की रही। इसके बावजूद बुमराह ने अपनी यॉर्कर से प्रभावित किया। उन्होंने कंगारू कप्तान फिंच को ऐसी ही एक यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड कर दिया। इससे लोगों को यह विश्वास हो गया कि बुमराह का फॉर्म खराब नहीं है। वह एक-दो मैच और खेलकर अपनी लय को पूरी तरह से हासिल कर लेंगे।
अक्षर पटेल ने जडेजा की कमी महसूस नहीं होने दी: बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने एक बार फिर से गेंदबाजी में कमाल दिखाया। उन्होंने पिछले मैच में भी सबसे बढ़िया गेंदबाजी की थी। इस बार अक्षर ने दो ओवर में 13 रन दिए। उन्होंने मैक्सवेल और टिम डेविड जैसे खतरनाक बल्लेबाज को आउट भी किया। अक्षर पर चोटिल रवींद्र जडेजा के स्थान को भरने का दबाव था। अभी तक के प्रदर्शन से वह इस कमी को पूरी करते हुए दिख रहे हैं।
भारत को किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत?
हर्षल पटेल को फॉर्म में लौटना होगा: पहले मैच में महंगे साबित होने वाले हर्षल ने इस मुकाबले में भी जमकर रन लुटाए। उन्होंने दो ओवर में ही 32 रन दे दिए। हर्षल इस साल सबसे ज्यादा छक्के खाने वाले गेंदबाज हैं। आईपीएल में डेथ ओवर स्पेशलिस्ट के नाम से प्रसिद्ध हुए हर्षल चोट से वापसी करने के बाद अपनी लय में नहीं दिख रहे। वह सही से यॉर्कर नहीं कर पा रहे हैं। गेंद भी या तो फुल लेंग्थ पर करते हैं या शॉर्ट। उन्हें टी20 वर्ल्ड कप टीम में रखा गया है और वह टीम के डेथ ओवर स्पेशलिस्ट होंगे। ऐसे में हर्षल को जल्दी फॉर्म में वापसी करनी होगी।
युजवेंद्र चहल भी नहीं रोक पा रहे रन: यह लगातार चौथा मैच है जब चहल ने आठ से ज्यादा की इकोनॉमी से रन दिए हैं। वह बीच के ओवरों में विकेट लेने की बात तो दूर, रन भी नहीं रोक पा रहे। स्थिति तो ऐसी बनी कि रोहित शर्मा ने अपने इस अनुभवी गेंदबाज से सिर्फ एक ओवर कराया। उन्हें युवा रवि बिश्नोई के ऊपर तरजीह दी गई है। चहल अगर सही से गेंदबाजी नहीं करते हैं तो टीम पर दबाव बन जाएगा।