थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भारतीय सेना की बागडोर संभालने के बाद गुरुवार को पहली बार लद्दाख पहुंचे. सेना प्रमुख को पूर्वी लद्दाख पर विशेष ध्यान देते हुए सीमाओं पर सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया गया.
तत्पश्चात थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, उत्तरी कमान और लेफ्टिनेंट जनरल ए सेनगुप्ता, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, फायर एंड फ्यूरी कोर के साथ श्री आर के माथुर, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर से मिले.
इसके बाद केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में नागरिक-सैन्य सहयोग और विकास सम्बन्धी कार्यकलापों में भारतीय सेना की भूमिका से संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई. लद्दाख की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे पूर्वी लद्दाख में अग्रिम क्षेत्रों का दौरा करेंगे और दुनिया के सबसे कठिन और दुर्गम इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे.
बताते चलें कि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बुधवार को बांग्लादेश के अपने समकक्ष जनरल एस. एम. शफीउद्दीन अहमद से बात की और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोनों देशों के सेना प्रमुखों ने बदलते हुई भूराजनैतिक स्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा पर उसके संभावित प्रभाव पर भी विचारों का आदान प्रदान किया गया था.