कोलकाता कांड पर द्रोपदी मुर्मू का बोलना कांग्रेस को नहीं आया रास, कहा- राष्ट्रपति को पूरे देश का आक्रोश व्यक्त करना चाहिए
कांग्रेस ने कोलकाता में एक महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या की पृष्ठभूमि में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा की गई टिप्पणी का गुरुवार को स्वागत किया।
साथ ही कहा कि यह अच्छा रहेगा कि वह किसी क्षेत्र या राज्य विशेष का नहीं, बल्कि पूरे देश के आक्रोश को व्यक्त करें। दूसरी तरफ, तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह अभी क्यों बोल रही हैं, घटना बंगाल में हुई इसलिए?
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति मुर्मु ने एक विशेष लेख में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर अंकुश लगाने का आह्वान करते हुए कहा था कि बस! बहुत हो चुका। अब समय आ गया है कि भारत ऐसी विकृतियों के प्रति जागरूक हो और उस मानसिकता का मुकाबला करे जो महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम और कम बुद्धिमान के रूप में देखती है।
आक्रोश सिर्फ कोलकाता की घटना को लेकर
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, मैं राष्ट्रपति के इस बयान और हस्तक्षेप का स्वागत करता हूं। पूरा देश गुस्से में है। इसलिए यह स्वाभाविक है कि राष्ट्रपति उस आक्रोश का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो देश महसूस कर रहा है। लेकिन, देश का आक्रोश सिर्फ कोलकाता की घटना को लेकर नहीं है।
आगे कहा कि फर्रुखाबाद, कोल्हापुर, बदलापुर, पुणे, रत्नागिरि, जोधपुर, कटनी..ऐसी न जाने कितनी घटनाएं हुई हैं। यदि राष्ट्रपति देशभर में व्याप्त आक्रोश का प्रतिनिधित्व करें, तो अच्छा रहेगा। तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है।
बंगाल में हुआ तो यह सामाजिक अपराध है
पार्टी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने सवाल किया कि उन्नाव, हाथरस, बदलापुर में जब इस प्रकार की घटनाएं हुई तब वह (राष्ट्रपति मुर्मु) कहां थीं। पहलवान साक्षी मलिक ने जब पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप लगाया, तब वह कहां थीं। लेकिन अब बंगाल में हुआ तो यह सामाजिक अपराध है।