चीन से बढ़ते तनाव के बीच ताइवान के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर साइबर अटैक
इस सप्ताह की शुरुआत में, राष्ट्रपति कार्यालय सहित कई सरकारी वेबसाइटें विदेशी साइबर हमलों की चपेट में आईं, जिनमें से कुछ के अधिकारियों ने कहा कि चीन और रूस द्वारा ऐसा किया जा रहा है.
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उसकी वेबसाइट पर साइबर अटैक हुआ है. मंत्रालय ने बताया कि साइट अस्थायी रूप से ऑफ़लाइन हो गई.
जानकारी देते हुए कहा गया कि वो साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है क्योंकि चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच ऐसी घटानाएं चिंताजनक हैं. बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में, राष्ट्रपति कार्यालय सहित कई सरकारी वेबसाइटें विदेशी साइबर हमलों की चपेट में आईं, जिनमें से कुछ के अधिकारियों ने कहा कि चीन और रूस द्वारा ऐसा किया जा रहा है.
गौरतलब है कि अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान की सफल यात्रा के मद्देनजर चीन की सेना ने बुधवार को ताइवान के आसपास नौसैनिक-हवाई संयुक्त अभ्यास किए, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह स्वशासित द्वीप की नाकाबंदी का प्रयास कर सकता है.
चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्वी थिएटर कमांड ने कहा कि ताइवान के आसपास समुद्री एवं हवाई क्षेत्र में किए गए अभ्यास में नौसेना, वायु सेना, रॉकेट फोर्स और सामरिक सहायता बल समेत अन्य बल शामिल रहे.
आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएलए चार से सात अगस्त तक छह अलग-अलग क्षेत्रों में भी सैन्य अभ्यास करेगा, जो ताइवान द्वीप को सभी दिशाओं से घेरता है. पेलोसी के मंगलवार को ताइवान पहुंचने पर चीन ने सैन्य अभ्यास तेज कर दिए.
सरकार-संचालित ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने एक रिपोर्ट में कहा कि पुन: एकीकरण अभियान के तहत ताइवान के आसपास पीएलए का सैन्य अभ्यास जारी रहेगा और द्वीप की नाकाबंदी के अभ्यास नियमित हो जाएंगे. सैन्य विशेषज्ञों ने कहा कि पेलोसी की यात्रा पर अपना गुस्सा निकालने के लिए पीएलए ताइवान पर ड्रोन भेज सकता है और आने वाले हफ्तों में नियमित सैन्य अभ्यास कर सकता है.