दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Election) में आम आदमी पार्टी (AAP)ने बीजेपी को हरा दिया है. इसके साथ ही पिछले 15 साल से दिल्ली नगर निगम पर बीजेपी के शासन का अंत हो गया.
चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 134 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी 104 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही. आप की जीत के बाद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कहा कि दिल्ली वालों ने नकारात्मक राजनीति करने वालों को नकार दिया है. दिल्ली की जनता ने केजरीवाल और आप को ईमानदारी का सर्टिफिकेट भी दे दिया है.
एनडीटीवी से खास बातचीत में पंजाब से राज्यसभा सांसद और गुजरात के चुनाव प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि जीत के ताज के साथ बहुत सारी जिम्मेदारियां आती हैं. जैसे दिल्ली के लोगों ने विधानसभा की चाबी अपने परिवार के बड़े बेटे अरविंद केजरीवाल के हाथ में सौंपी थी.
वैसे ही दिल्ली के लोगों ने अब नगर निगम की चाबी भी अपने परिवार के बड़े बेटे अरविंद केजरीवाल के हाथ में सौंपी है. चड्ढा ने आगे कहा, ‘जैसे उन्होंने बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य में काम करके दिखाया, वैसे ही अब एमसीडी में करने की बारी है. हमें अब दिल्ली को साफ-सुथरा बनाना है. चड्ढा ने आगे कहा, लोगों ने आप को एमसीडी में लाने के लिए वोट दिया. ऐसे में जाहिर तौर पर मेयर भी आप का ही होगा.’
इस चुनाव से एक मैसेज निकलकर आया है कि लोगों ने नकारात्मक राजनीति, किचड़ फेंकने की राजनीति, स्टिंग ऑपरेशन की राजनीति और गाली-गलौज की राजनीति को नकारते हुए बीजेपी को भी नकारा कहा है. दिल्ली वालों ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को हरी झंडी दिखाई है. आप को ईमानदारी का सर्टिफिकेट भी दे दिया है.
मनीष सिसोदिया की सीट पटपड़गंज के वार्डों और तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन की सीट के वार्डों पर बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन पर भी राघव चड्ढा ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, ‘एक राज्य के चुनाव को एक विधानसभा सीट के एक वार्ड के आधार पर आंकलन करना मेरे ख्याल से बेमानी होगा. सुबह बीजेपी वाले सोच रहे थे कि वो चुनाव जीत रहे हैं. अब जब आप चुनाव जीत गई, तो बीजेपी वाले कोई बात तो पकड़कर कहेंगे ही ना. मेरे ख्याल से हमें इन बातों पर गौर नहीं करना चाहिए और काम पर बात करनी चाहिए.’
राघव चड्ढा ने बताया कि मनीष सिसोदिया की विधानसभा सीट को हम 2020 में भी बहुत कम मार्जिन से जीते थे. हो सकता है कि लोकल फैक्टर्स के चलते वहां कांटे की टक्कर होती है. इसका ये मतलब नहीं है कि बीजेपी जो आरोप लगा रही है, उसमें कोई दम है.
मेयर के सवाल पर राघव चड्ढा ने बीजेपी को जवाब दिया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद इस्तीफा देकर अपनी सरकार गिरा दी थी, क्योंकि उनके पास एक सांसद कम था. अब वही बीजेपी खुलेआम सरकार गिराने और ऑपरेशन लोटस चलाने की बात करती है. मेरा बीजेपी से सवाल है कि जब जनता ने आपको वोट न देकर नकार दिया है, तो आप किस आधार पर मेयर पर दावा करते हैं.
बता दें कि बीजेपी नेताओं की ओर से मेयर सीट को लेकर बड़ा दावा किया गया. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने चंडीगढ़ का जिक्र करते हुए कहा, ‘अब दिल्ली का मेयर चुनने की बारी है. ये सब अब मेयर चुनाव में पार्षदों के मतदान पर निर्भर करेगा. उदाहरण के लिए बता दूं, चंडीगढ़ में बीजेपी का मेयर है.’ बीजेपी नेता तेजिंदर पाल बग्गा ने कहा, ‘दिल्ली में फिर एक बार बीजेपी का मेयर बनेगा.’ बीजेपी के इस दावे को आप नेता और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चुनौती देते हुए कहा कि हम चुनौती देते हैं, दिल्ली में बीजेपी अपना मेयर बनाकर दिखाए.