Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का कहर, जहरीली हवा में बीमार पड़ रहे लोग; देखें आज कहां कितना रहा AQI
राजधानी दिल्ली में दो दिन से लगातार ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है। वहीं, एक्यूआईसीएन के अनुसार, गुरुवार सुबह करीब सात बजे ओखला में सबसे ज्यादा AQI 551 दर्ज किया गया।
उधर, आनंद विहार में भी ऐसा ही हाल रहा, यहां पर एक्यूआई 521 दर्ज किया गया। आगे जानिए आखिर पूरे एनसीआर में आज कहां पर कितना एक्यूआई दर्ज किया गया है।
बता दें कि राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। ऐसे में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं, बढ़ते प्रदूषण से लोग बीमार पड़ रहे हैं।
तेज हवाओं ने घने कोहरे से दी दी राहत
तेज हवाओं के चलते बृहस्पतिवार को घने कोहरे से राहत रही। आईजीआई एयरपोर्ट पर सुबह 7 बजे दृश्यता का न्यूनतम स्तर भी 300 मीटर तक दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह शून्य तक चला गया था। तेज हवाओं के कारण मौसम में ठंडक भी बनी हुई है। आज का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री, जबकि अधिकतम 28 से 29 डिग्री रह सकता है।
मौसम विभाग का क्या कहना…
मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी आर के जेनामणि ने बताया कि दिल्ली में कोहरे और तेज हवाओं के कारण मौसम में भी काफी बदलाव आया है। दिन में भी स्मॉग छाए रहने और सूरज की रोशनी कम होने से अधिकतम तापमान में कम ही रह सकता है। दूसरी तरफ तेज हवाओं के बाद भी वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में ही बनी हुई है।
बता दें कि आज सुबह आठ बजे दिल्ली का एक्यूआई 428 दर्ज किया गया। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों की हवा भी गंभीर श्रेणी में ही बनी हुई है।
आज कहां कितना रहा AQI
श्रीनिवासपुरी दिल्ली 405
ओखला दिल्ली 551
आनंद विहार 521
ITI शारदा दिल्ली 432
नोएडा सेक्टर 62 357
नोएडा सेक्टर 1 258
मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम दिल्ली 480
बुधवार को कैसा रहा था हाल
बुधवार को दिल्ली में सर्दियों के इस सीजन में पहली बार वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। एक्यूआई 400 के पार चला गया। दिन भर स्माग छाया गया। एनसीआर के शहरों में भी एक्यूआइ के स्तर में इजाफा देखा गया। आलम यह रहा कि देश भर में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दिल्ली की ही रही। हालांकि एक दो दिन में ही इसके वापस ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच जाने के आसार हैं।
गंभीर श्रेणी में पहुंचा AQI
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का एक्यूआइ 418 दर्ज हुआ। यह देश में सबसे ज्यादा था। बिहार का हाजीपुर दूसरे स्थान पर था, जहां का एक्यूआइ 417 रिकॉर्ड किया गया। सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 34 ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में बताया। रात नौ बजे दिल्ली का एक्यूआइ बढ़कर 451 तक पहुंच गया। बुधवार की तुलना में एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली का एक्यूआइ 334 था।
सीपीसीबी के मुताबिक इससे पूर्व 26 जनवरी दिल्ली का एक्यूआइ ‘गंभीर’ श्रेणी में था। मतलब 291 दिन बाद यह फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचा है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बुधवार को साल का चौथा दिन था, जब दिल्ली का एक्यूआइ ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज हुआ। 14 एवं 24 जनवरी को भी यह इसी श्रेणी में रहा था। 14 जनवरी को एक्यूआइ 447, 24 व 26 जनवरी को 409 दर्ज किया गया।
मुख्य वजह बना कोहरा एवं मंद हवाएं
आईआईटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहन उत्सर्जन का योगदान सबसे अधिक था, जिसकी अनुमानित हिस्सेदारी 13.3 प्रतिशत थी। अन्य प्रमुख प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 थे। वायु गुणवत्ता की स्थिति को देखते हुए शाम के समय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) उप समिति ने आपात बैठक की। इसमें सामने आया कि वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की मुख्य वजह घना कोहरा एवं मंद हवाएं हैं।
गुरुवार के बाद हवा की गति बढ़ने से इस स्थिति में सुधार होने लगेगा। इसलिए तत्काल प्रभाव से ग्रेप तीन की पाबंदियां लगाने से परहेज किया गया। समिति में निर्णय लिया गया कि जो एक्यूआइ अभी धीरे धीरे बढ़ रहा है, यदि वह बृहस्पतिवार को रूक जाता है या वापस नीचे आने लगता है तो ग्रेप तीन नहीं लगाया जाएगा। बृहस्पतिवार को उप समिति फिर से समीक्षा बैठक करेगी। संबंधित खबरें पेज 4 व 5
प्रदूषण व कोहरे के बीच हेडलाइट जलाकर चलते वाहन चालक
सर्दी के सीजन के पहले कोहरे ने गुरुवार को दिल्ली की रफ्तार थाम दी। आइजीआई एयरपोर्ट पर दृश्यता शून्य पहुंच गई, जिसके चलते आठ उड़ानों को जयपुर और लखनऊ एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट करना पड़ा। उन्हीं विमान को डायवर्ट किया गया, जो कोहरे में लैंडिंग के लिए कैट-3 तकनीक से लैस नहीं थे। मौसम विभाग के अनुसार इस स्थिति की वजह पहाड़ों पर बर्फबारी होना है। अगले दो दिन ऐसा ही मौसम रहेगा।
गुरुवार को आरेंज और शुक्रवार को यलो अलर्ट जारी किया गया है। सुबह और रात कोहरा देखने को मिलेगा। दिन में स्माग छाएगा। बृहस्पतिवार सुबह दृश्यता कम होने से अधिकांश लोकल ट्रेनें 30 मिनट से डेढ़ घंटे के विलंब से अपने गंतव्य पर पहुंचीं। लंबी दूरी की कई ट्रेनें विलंब से दिल्ली पहुंचीं, जिससे उनके प्रस्थान समय में भी बदलाव करना पड़ा।