आज देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल, जानिए कौन सी सेवाएं रहेंगी बंद, कौन सी चालू

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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 17 अगस्त को देशभर के सभी छोटे और बड़े अस्पतालों में बंदी का ऐलान किया है.

आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरवी अशोकन ने कहा कि इस दौरान डॉक्टर 24 घंटे के लिए हड़ताल पर रहेंगे. ये सुबह 6 बजे से शुरू होगी, जो अगले दिन सुबह 6 बजे तक चलेगी. इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं तो चालू रहेंगी, लेकिन ओपीडी के साथ बाकी सेवाएं बंद रहेंगी. आरवी अशोकन ने कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना के व‍िरोध में देशभर के डॉक्टर आक्रोशित हैं. जिस लड़की के साथ ये घटना हुई, वो मध्यम वर्गीय परिवार की इकलौती संतान थी.

किसी एक व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम नहीं दिया, बल्कि इसमें कई लोग शामिल थे. जिस तरह से उसकी हत्या की गई, उसका वर्णन करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.आईएमए अध्यक्ष ने कहा कि ये मानवता के खिलाफ किया गया अपराध है. ये काम करने वाली जगहों पर महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे से जुड़ा है. डॉक्टर और नर्स इस बात से चिंतित हैं कि वो अस्पताल में सुरक्षित नहीं हैं, उनके परिवार के लोग भी चिंतित हैं.

मैं सीबीआई की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा हूं.स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए एक केंद्रीय कानून पर विचार-विमर्श के लिए एक समिति गठित करने के निर्णय को बहुत कम और बहुत देर से लिया गया करार देते हुए आईएमए प्रमुख डॉ. आर.वी. अशोकन ने बताया कि हितधारकों के परामर्श के बाद 2019 में एक मसौदा विधेयक तैयार किया गया था, लेकिन ये कभी संसद में नहीं गया.

उन्होंने कहा कि इस मामले पर कानून लाने के लिए सिर्फ राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है.केंद्रीय सरकारी अस्पतालों के निदेशकों और चिकित्सा अधीक्षकों तथा सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को भेजे गए कार्यालय ज्ञापन में मंत्रालय ने कहा, “ड्यूटी के दौरान किसी भी स्वास्थ्यकर्मी के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा की स्थिति में, संस्थान के प्रमुख घटना के अधिकतम 6 घंटे के भीतर संस्थागत प्राथमिकी दर्ज करने के लिए जिम्मेदार होंगे.”

डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर देशभर में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच सरकार ने शुक्रवार को कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों के प्रमुखों को ड्यूटी पर तैनात किसी स्वास्थ्यकर्मी के खिलाफ हिंसा की घटना के मामले में छह घंटे के भीतर प्राथमिकी दर्ज करनी होगी.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो आरोपियों को फांसी की सजा दी जाएगी. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि इस मामले में विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों को अगर राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है, तो वे किसी अन्य जांच एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं.

इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है.इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा 24 घंटे के लिए देश भर में गैर-आपातकालीन और ओपीडी सेवाएं बंद रखने के आह्वान के बाद, सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के अधिकाधिक चिकित्सक कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पिछले सप्ताह हुई घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और पीड़ित के लिए न्याय और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए एक केंद्रीय कानून की मांग की.राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रही. इस दौरान अस्पतालों में सभी वैकल्पिक सेवाएं निलंबित रहीं.

अभी तक अपने-अपने अस्पतालों के परिसरों में प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों ने शुक्रवार को निर्माण भवन के बाहर जुटे और प्रदर्शन कर विरोध जताया. निर्माण भवन में ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कार्यालय है.महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब और गुजरात सहित कई शहरों में रेजिडेंट डॉक्टरों ने विरोध मार्च निकाला, जबकि कोलकाता में पुलिस ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ और हिंसा के सिलसिले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया है, जहां कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद 9 अगस्त से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर की रहस्यमय परिस्थितियों में लाश मिली थी. महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया था और उसकी हत्या कर दी गई थी. वो अस्पताल में स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा थी और हाउस स्टाफ के रूप में भी काम कर रही थी.

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