देशभर में इन दिनों महाराष्ट्र की सियासत से जुड़ी खबरें खूब सुर्खियां बटोर रही है. महाराष्ट्र की राजनीति में संजय राउत की अपनी अलग जगह है.
लेकिन हाल ही के दिनों में उनकी मुसीबतें लगातार बढ़ती दिखाई दे रही है. अब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत के खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे में पुलिस ने बुधवार (22 फरवरी) को एफआईआर दर्ज की. ये एफआईआर ठाणे की पूर्व महापौर मीनाक्षी शिंदे की शिकायत पर दर्ज की गई.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे पर जान से मारने की साजिश का झूठा आरोप लगाकर बदनामी करने की शिकायत पर ये मामला दर्ज हुआ है. कपूरबावाड़ी पुलिस थाने ने संजय राउत के खिलाफ आईपीसी की धारा 211,153A 500,501,504,505(2) के तहत मामला दर्ज किया है. हाल ही में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने रविवार को दावा किया था कि शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ को “खरीदने” के लिए “2000 करोड़ रुपये का सौदा” हुआ है.
इससे पहले ED द्वारा दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े के एक केस के सिलसिले में शिवसेना के सांसद संजय राउत को भी तीन माह से ज़्यादा वक्त जेल में बिताना पड़ा था, और उन्हें भी नवंबर में ज़मानत मिलने के बाद रिहा किया गया था. हालांकि अदालत ने संजय राउत को ‘गैरकानूनी’ तरीके से गिरफ़्तार करने के लिए ED को फटकारा भी था. महाराष्ट्र से लेकर झारखंड, और दिल्ली तक, बहुत-से राज्यों में विपक्ष के नेता ED और CBI जैसी ‘केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग’ का आरोप BJP पर लगाती रही हैं.