सड़क से लेकर आसमान तक कोहरे की मार, तीन दिन में देरी से उड़ीं 800 से ज्यादा फ्लाइट; रेंग कर चली ट्रेनें
उत्तर भारत समेत पहाड़ी इलाकों में कोहरे के चलते जनजीवन खासा प्रभावित है।
खराब मौसम के कारण सैकड़ों ट्रेनें और फ्लाइट देरी से चल रही है। यहां तक की कुछ फ्लाइट्स को तो रद भी कर दिया गया है। आज भी दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से अधिक उड़ानें देरी से चल रही हैं।
तीन दिनों में कई उड़ाने प्रभावित
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी भी फ्लाइट का मार्ग परिवर्तित या रद्द नहीं किया गया है। घने कोहरे के कारण कम दृश्यता की स्थिति के कारण पिछले तीन दिनों से उड़ानों का परिचालन प्रभावित हो रहा है। हालांकि, उड़ान संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
कितनी फ्लाइट और ट्रेनें हुईं प्रभावित
शुक्रवार को 200 से ज्यादा फ्लाइट देरी से चली हैं वहीं कई ट्रेनें भी रद की गईं।
शनिवार को 45 फ्लाइट रद की गई तो 19 को डाइवर्ट किया गया। 500 उड़ानें लेट हुए। वहीं, 165 ट्रेनों का टाइम बदला गया।
DIAL ने लोगों से की खास अपील
Delhi International Airport Limited (DIAL) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,
यात्रियों से अनुरोध है कि वे उड़ान की अपडेट जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें। अधिकारी ने कहा कि एयरपोर्ट पर 100 से अधिक उड़ानें विलंबित रहीं। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआईए) का संचालन करता है, जो प्रतिदिन लगभग 1300 उड़ानों का संचालन करता है।
इंडिगो की कई उड़ाने प्रभावित
इंडिगो ने भी एक पोस्ट में बताया कि खराब मौसम के चलते दिल्ली, अमृतसर, चंडीगढ़, कोलकाता और लखनऊ से आने-जाने वाली उड़ानें देरी से चल रही हैं। यात्रियों को हुई असुविधा पर खेद जताते हुए एयरलाइन ने उनसे वैकल्पिक उड़ान विकल्पों की तलाश करने के लिए अपनी वेबसाइट या ऐप पर जाने का अनुरोध भी किया।
श्रीनगर से 10 उड़ानें रद
कोहरे के कारण आज श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दस उड़ानें रद कर दी गईं। एक अधिकारी ने बताया कि सुबह विजिबिलिटी केवल 50 मीटर थी, इसके चलते उड़ानें प्रभावित हुईं। सभी एयरलाइनों ने सुबह 10 बजे के बाद अपनी उड़ानें स्थगित कर दीं।
अधिकारी ने बताया कि विजिबिलिटी में मामूली सुधार के साथ अब तक 10 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। शनिवार को भी घने कोहरे के कारण हवाई अड्डे पर परिचालन प्रभावित हुआ, जिससे उड़ानों में देरी हुई और कई उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा।