केंद्र सरकार ने नीट यूजी परीक्षा (NEET-UG Exam) में धांधली के आरोपों को बेहद गंभीरता से लिया है, जिसके बाद इस मामले की जांच सीबीआई (CBI) को सौंप दी गई है.
शिक्षा मंत्रालय (Education Ministry) ने यह जानकारी देते हुए एक बयान जारी किया है. इससे पहले, सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के प्रमुख को भी पद से हटा दिया, वहीं नेट-पीजी प्रवेश परीक्षा के लिए होने वाले एग्जाम को भी स्थगित कर दिया गया. नीट-यूजी परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद देश के कई हिस्सों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे.
शिक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि 5 मई को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन किया था. कथित अनियमितताओं के कुछ मामले सामने आए हैं.
पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निर्णय : शिक्षा मंत्रालय
साथ ही अपने बयान में शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के मद्देनजर शिक्षा मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए.
साथ ही बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा में अनुचित साधनों को रोकने के लिए लोक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 को अधिसूचित किया है.
छात्रों के हितों के लिए प्रतिबद्ध : शिक्षा मंत्रालय
सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसमें शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के प्रमुख को बदला
NEET और यूजीसी-नेट में कथित अनियमितताओं के बाद सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के प्रमुख को बदल दिया है. एनटीए के महानिदेशक रहे सुबोध कुमार सिंह की जगह सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
विपक्ष की ओर से इसे लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे थे. वहीं देशभर में छात्र भी लगातार प्रदर्शन कर रहे थे.