दिल्ली के दो प्रमुख स्कूलों में समेत 40 स्कूलों में आई बम की धमकी अफवाह करार दी गई.
दिल्ली के तमाम स्कूलों में बम की धमकी के बाद हुई व्यापक जांच में कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ. सुरक्षा एजेंसियों ने इसे फर्जी मेल (Hoax Call) करार दिया है. जांच के दौरान सभी स्कूल परिसरों की बारीकी से तलाशी ली गई, लेकिन किसी भी प्रकार के विस्फोटक सामग्री के संकेत नहीं मिले. पुलिस और संबंधित एजेंसियां इस ईमेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी हुई हैं. हालांकि, इस घटना के बाद स्कूलों में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी गई है.
8 दिसंबर की रात भेजा गया मेल
दिल्ली के 40 से अधिक स्कूलों को 8 दिसंबर की रात करीब 11:38 बजे धमकी भरा ईमेल मिला था, जिसमें दावा किया गया कि उनके कैंपस में बम लगाए गए हैं. मेल में कहा गया कि अगर बम फटे तो भारी नुकसान होगा. मेल भेजने वाले ने ब्लास्ट रोकने के एवज में 30 हजार डॉलर की मांग की थी.
40 स्कूलों को भेजी गई थी धमकी
बता दें कि स्कूलों में बम धमाके की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया था. डीपीएस आरके पुरम और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका स्कूल को धमकी भरा ईमेल भेजा गया था. बाद में सामने आया कि इसमें 40 अन्य स्कूल भी शामिल थे. सुबह करीब 7 बजे दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को इस घटना की जानकारी दी गई. स्कूल प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बच्चों को वापस भेज दिया और फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचित किया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. सुबह बच्चे स्कूल पहुंचे तो उन्हें वापस भेजा गया और कहा गया कि इमरजेंसी है, इसके कारण स्कूल बंद है.
जानकारी मिलने के बाद पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीम स्कूल पहूंती और यहां परिसरों की तलाशी ली. हालांकि, फिलहाल किसी विस्फोटक के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है. जांच जारी है, और ईमेल भेजने वाले की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है. इस घटना के बाद स्कूलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है.
पुलिस कर रही है जांच
घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने ईमेल भेजने वाले की पहचान के लिए आईपी एड्रेस और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है. धमकी के कारण ज्यादातर स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया. सुबह बच्चों के स्कूल पहुंचने पर उन्हें इमरजेंसी का हवाला देकर घर वापस भेज दिया गया.