लोको पायलट ने ‘हवाई जहाज’ बना डाली गतिमान और मालवा एक्सप्रेस; अधिकारियों काे हिला डाला, अब हुई ये कार्रवाई
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन गतिमान और मालवा एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने हजारों यात्रियों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया।
काशन आर्डर को पायलटों ने दरकिनार कर दिया। 20 किमी प्रति घंटा के बदले 120 किमी की रफ्तार से ट्रेनों को दौड़ाया। गनीमत रही जिस वक्त ट्रेनों को इतनी अधिक गति से दौड़ाया गया। उस दौरान किसी भी तरीके की कोई घटना नहीं हुई। जाजऊ से मनिया के बीच दो ट्रेनों में हुए इस घटनाक्रम ने रेलवे अधिकारियों को हिलाकर रख दिया। दोनों ट्रेनों के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को निलंबित करते हुए विभागीय जांच शुरू हो गई है। चार्जशीट भी दी जा रही है।
20 घंटा प्रति किलोमीटर का काशन ऑर्डर लगा है
रेल मंडल आगरा प्रशासन की टीम जाजऊ से मनिया के मध्य रेलवे पुल का निर्माण चल रहा है। यह कार्य दस करोड़ रुपये से हो रहा है। इसके चलते 20 किमी प्रति घंटा का काशन ऑर्डर लगा हुआ है। इससे अधिक गति से ट्रेनें नहीं चल सकती हैं।
19 मई को नई दिल्ली से झांसी जा रही गतिमान एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने नियमों की परवाह नहीं की। काशन आर्डर को दरकिनार करते हुए 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ा दिया। तेज गति से ट्रेन निकलने के कारण आसपास कार्य कर रहे कर्मचारी हिल गए।
दूसरी घटना 21 मई की है। माता वैष्णो देवी से आंबेडकर नगर जा रही मालवा एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने भी कुछ ऐसा ही किया। निर्धारित गति से कहीं अधिक ट्रेन को दौड़ाया गया। हजारों यात्रियों की जान को खतरे में डाल दिया।
नियमों की अनदेखी पर एक्शन
मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि काशन आर्डर से अधिक गति से किसी भी हालत में ट्रेन को नहीं गुजारा जा सकता है। इसके बाद भी गतिमान और मालवा एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने नियमों की अनदेखी की। इन सभी को निलंबित करते हुए जांच शुरू हो गई है। चार्जशीट भी दी जा रही है।