इमरान की पार्टी के प्रदर्शन से पहले खौफजदा पाक सरकार, इस्लामाबाद में कर दिया लॉकडाउन; सड़कें-इंटरनेट सब बंद
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के हजारों कार्यकर्ता रविवार को इस्लामाबाद की तरफ कूच कर गए।
पीटीआइ ने गुलामी की जंजीरें तोड़ने के लिए लोगों से प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है। इस्लामाबाद में पीटीआइ कार्यकर्ता डी-चौक पर धरना देंगे।
इस्लामाबाद में लॉकडाउन जैसी स्थिति
देश के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हर हाल में इस्लामाबाद की सुरक्षा की जाएगी। इमरान की पत्नी बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर जत्थे के साथ पेशावर से इस्लामाबाद के लिए रवाना हो गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। छावनी बन चुकी राजधानी इस्लामाबाद में लॉकडाउन जैसी स्थिति है।
चप्पे-चप्पे पर सेना तैनात
जगह-जगह अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। प्रमुख सड़कें सील करने के साथ ही कई क्षेत्रों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। पुलिस किसी को भी इस्लामाबाद में प्रवेश नहीं करने दे रही है। रावलपिंडी के फैजाबाद से इस्लामाबाद में प्रवेश कर रहे 16 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
कई बार हिंसक प्रदर्शन कर चुके PTI कार्यकर्ता
इमरान के सत्ता से हटने के बाद प्रदर्शनों के माध्यम से पीटीआइ कार्यकर्ता कई बार संकट पैदा कर चुके हैं। इस बार बैरिकेडिंग हटाने के लिए कार्यकर्ता बुल्डोजर और भारी मशीनों से लैस हैं। शनिवार रात पुलिस ने बैरिकेड हटाने वाली मशीनों पर फायरिंग की और आग लगाने का प्रयास किया, लेकिन सतर्क पीटीआइ कार्यकर्ताओं ने पुलिस के इस प्रयास को विफल कर दिया। बता दें कि इमरान ने 2022 में असली आजादी मार्च किया था।
इमरान की गिरफ्तारी पर भी हुआ था बवाल
2023 में इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और आगजनी की थी। एक बार प्रदर्शन करने इस्लामाबाद आ रहे इमरान को गोलियां लगी थीं। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के दौरान भी पीटीआइ ने प्रदर्शन आहूत कर विषम स्थिति पैदा कर दी थी।