भारतीय मूल के लियो वराडकर रोटेशन डील के तहत फिर से बने आयरलैंड के PM

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आयरलैंड के लियो वराडकर (Leo Varadkar) ने शनिवार को 2020 में हुए गठबंधन सौदे के अनुरूप दूसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभाला है.

वराडकर अपनी फाइन गेल और मार्टिन की फियाना फेल पार्टियों के बीच रोटेशन में माइकल मार्टिन की जगह प्रधानमंत्री बने हैं. आयरलैंड के इतिहास में इससे पहले पहले ऐसा कभी नहीं हुआ. वे 2020 के चुनावों के बाद आयरलैंड की ग्रीन पार्टी के साथ गठबंधन के हिस्से के रूप में रोटेशन के जरिए प्रधानमंत्री बनने पर सहमत हुए थे.

वराडकर समलैंगिक हैं और डिप्‍टी पीएम का पद संभाल रहे थे. 43 साल की उम्र में वह अभी भी आयरलैंड के सबसे कम उम्र के नेताओं में से एक हैं.

डबलिन में आयरलैंड की संसद की एक विशेष बैठक में बोलते हुए वराडकर ने अपने पूर्ववर्ती मार्टिन की प्रशंसा की और कहा कि उन्‍होंने “कठिन समय में आश्वासन और आशा” प्रदान की. उन्होंने कहा, “मैं इस नियुक्ति को विनम्रता, संकल्प और एक ज्वलंत इच्छा के साथ स्वीकार करता हूं… हमारे सभी नागरिकों के लिए नई आशा और नए अवसर प्रदान करने के लिए.”

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, मार्टिन ने पहले कहा कि यह प्रधानमंत्री के रूप में “जीवन भर की सेवा करने का सम्मान” था.

पिछली सदी के आखिर में आयरिश राजनीति के शीर्ष पर वराडकर का पहुंचना एक सख्त रूढ़िवादी कैथोलिक नैतिकता के प्रभुत्व वाले देश में उल्लेखनीय था.

वह 38 साल की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने और साथ ही खुले तौर पर सरकार के पहले समलैंगिक प्रमुख बने. वराडकर का जन्म डबलिन में एक आयरिश मां और भारतीय आप्रवासी पिता के घर हुआ. उनकी मां नर्स और पिता चिकित्‍सक थे.

ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन से मेडिकल की डिग्री हासिल करने के बाद उन्‍होंने प्रेक्टिस की, लेकिन राजनीति में भी शामिल रहे. उन्‍होंने 2007 में डबलिन वेस्ट में फाइन गेल के टिकट पर चुनाव जीता.

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