आतंकवादी समूह हिजबुल्ला के खिलाफ बुधवार को इजरायल के हमले में लेबनान के बेका घाटी के पूर्वी शहर बालबेक के आसपास कम से कम 38 लोग मारे गए। बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में भी इजरायलकी ओर से हमले किए गए।
इजरायल और ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के बीच गाजा युद्ध के समानांतर एक साल से अधिक समय से गोलीबारी चल रही है, लेकिन सितंबर के अंत से लड़ाई तेज हो गई है।
इजरायली हमलों में 38 लोग मारे गए
इजरायली सैनिकों ने लेबनान के दक्षिण और पूर्व के इलाकों में बमबारी तेज कर दी है और सीमावर्ती गांवों में जमीनी घुसपैठ की है। बेरुत के गवर्नर बाचिर खोदर ने एक्स को बताया कि बालबेक-हर्मेल गवर्नरेट पर लगभग 40 इजरायली हमलों में 38 लोग मारे गए और 54 घायल हुए हैं। इजरायली सेना ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
वहीं, इजरायल रक्षा बलों ने बुधवार सुबह कहा कि उत्तरी इजरायली शहर मेटुला पर राकेट हमला करने वाले हिजबुल्लाह कमांडर हुसैन अब्द अल-हलीम हर्ब को दक्षिणी लेबनान में हवाई हमले में मार दिया गया है। इसके साथ ही उत्तर-पश्चिमी ईरान की एक अदालत ने इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में चार लोगों को मौत की सजा सुनाई है। हालांकि, यह जानकारी नहीं दी गई है कि आरोपित किस देश के निवासी है।
नेतन्याहू ने इजरायल के रक्षा मंत्री को किया बर्खास्त
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात रक्षा मंत्री योएब गैलेंट को बर्खास्त कर दिया। दोनों नेताओं के बीच लगातार मतभेद बढ़ रहे थे। विदेश मंत्री काट्ज को रक्षा मंत्री बनाया गया है, जबकि गिदोन सार नए विदेश मंत्री बने हैं। काट्ज लंबे समय से नेतन्याहू के सहयोगी और वफादार रहे हैं। काट्ज ने कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
रक्षा मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के कुछ घंटे बाद योएब गैलेंट ने अपने संबोधन में देश के सुरक्षा बलों के प्रति आभार व्यक्त किया और नेतन्याहू सरकार की नीतियों पर दुख जताया। गैलेंट की बर्खास्तगी के बाद सड़कों पर लोगों ने विरोध भी जताया। हजारों लोग नेतन्याहू के फैसले को अस्वीकार करने के लिए एकत्र हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह कदम इजरायल की सुरक्षा के लिए सही नहीं है। वास्तव में यह कदम इजरायल को तानाशाही की ओर ले जा रहा है।