इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि इजरायल की सेना ने गाजा शहर को चारों तरफ से घेर लिया है. बता दें कि इजरायल की सेना बीते कई दिनों से गाजा में जमीनी लड़ाई लड़ रही है.
इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि इजरायली सैनिकों ने हमास आतंकी संगठन के केंद्र गाजा शहर की घेराबंदी पूरी कर ली है. दोनों ही पक्षों के बीच युद्धविराम पर बात करने की कोई संभावना नहीं दिख रही है.
हालिया डेवलेपमेंट के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा शत्रुता की “अस्थायी, स्थानीय” समाप्ति के लिए युद्ध में मानवीय आधार पर विराम के आह्वान की पृष्ठभूमि में आया है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मध्य पूर्व के एक और राजनयिक दौरे पर हैं. उन्होंने इस दौरान कहा कि हम उन ठोस कदमों के बारे में बात करेंगे जो गाजा में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को नुकसान कम करने के लिए उठाए जा सकते हैं और उठाए जाने चाहिए.
जैसे ही उत्तरी गाजा में लड़ाई जारी रही, सैकड़ों घायल विदेशी और दोहरी नागरिकता वाले नागरिक राफा बॉर्डर क्रॉसिंग के माध्यम से मिस्र चले गए हैं. मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 21 घायल फिलिस्तीनियों और “72 बच्चों सहित 344 विदेशी नागरिकों” ने कल मिस्र आए हैं.
वेस्ट बैंक में, इज़रायली सेना के ज़मीनी ऑपरेशन के दौरान दो फ़िलिस्तीनी मारे गए. ये मौतें गुरुवार को इजरायली सेना की गोलीबारी में मारे गए तीन अन्य लोगों के अलावा हुई हैं.
इज़रायली सेना लगभग 240 बंधकों को मुक्त कराने पर जोर दे रही है, जिनमें नागरिक और सैनिक दोनों शामिल हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर के हमलों के दौरान हमास बंधक बनाकर अपने साथ ले गया था. बंधक बनाए गए लोगों को ढूंढने के प्रयास में अमेरिका गाजा के ऊपर ड्रोन भी उड़ा रहा है.
लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह ने गुरुवार को दावा किया कि उसने अपने नेता हसन नसरल्लाह के भाषण से पहले सीमा पर 19 इजरायली ठिकानों पर हमला किया है.
हमास द्वारा संचालित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर के हमलों के बाद से 9,061 लोग मारे गए हैं, जिनमें 3,760 बच्चे भी शामिल हैं.
इज़राइल ने गाजा के सबसे बड़े जबालिया शरणार्थी शिविर को दो दिनों में दो बार निशाना बनाया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए. इज़राइल ने कहा कि मंगलवार और बुधवार को किए गए हवाई हमलों में हमास के दो सैन्य नेता मारे गए.
इजरायली हमलों के बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि ये हमले घातक है. और ये युद्ध अपराध की श्रेणी में आ सकते हैं. जबलिया शरणार्थी शिविर पर इजरायली हवाई हमलों के बाद बड़ी संख्या में नागरिक मारे गए और विनाश के पैमाने को देखते हुए, हमें गंभीर चिंता है कि ये असंगत हमले हैं जो युद्ध अपराध की श्रेणी में आ सकते हैं.