चीन (China) में एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे COVID-19 मामलों को देखते हुए.
कर्नाटक में बंद जगहों और वातानुकूलित कमरों में फेस मास्क (Face mask) लगाना अनिवार्य कर दिया है. यह नियम क्रिसमस और नए साल के पहले लगाया गया है. कोरोना वायरस के नए संस्करण पर देशव्यापी अलर्ट भी जारी किया गया है. कर्नाटक सरकार ने कहा कि इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) वाले लोगों के लिए COVID-19 परीक्षण कराना अनिवार्य होगा.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के. सुधाकर ने कहा कि राज्य में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का 2 प्रतिशत यादृच्छिक परीक्षण केंद्र से संशोधित निर्देशों तक जारी रहेगा. पॉजिटिव मरीजों के सभी सैंपल जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजे जाएंगे. सुधाकर ने कहा, “हम इनडोर स्थानों, बंद स्थानों और वातानुकूलित कमरों में मास्क पहनने के लिए सलाह जारी करने जा रहे हैं. सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि पूरे राज्य में COVID-19 को लेकर आईएलआई और एसएआरआई मामलों का अनिवार्य परीक्षण होगा.
कर्नाटक सरकार के द्वारा जारी एक नोट में सरकार ने लोगों को सभी इनडोर क्षेत्रों और पब, बार और रेस्तरां, सिनेमा हॉल, बसों, उड़ानों, ट्रेनों सहित महानगरों, शॉपिंग मॉल और कार्यालयों में फेस मास्क पहनने की सलाह दी है. बैठक में मंत्रियों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कोविड-19 पर तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) के सदस्यों ने भाग लिया.
तीन हजार लोगों की कोविड जांच रोज
डॉ. सुधाकर ने कहा कि बैठक में सभी जिला अस्पतालों में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ समर्पित कोविड वार्ड खोलने का भी निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में प्रतिदिन लगभग 2,000-3,000 लोगों की कोविड-19 की जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार निजी अस्पतालों और सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों के साथ मिलकर कोविड रोगियों के इलाज के लिए बिस्तर आरक्षित करने के लिए भी काम करेगी, जो पिछली बार एक साल पहले कोविड के चरम के दौरान देखा गया था. चीन जैसे देशों में कोविड-19 के ताजा प्रकोप को देखते हुए, राज्य सरकार ने कहा था कि वह अपनी तैयारियों और किए जाने वाले उपायों की समीक्षा करेगी.