बर्फबारी के कारण स्थगित केदारनाथ यात्रा आज से फिर होगी शुरू

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रूद्रप्रयाग प्रशासन ने बुधवार को कहा कि भारी बर्फवारी और बारिश के कारण स्थगित की गयी केदारनाथ यात्रा बृहस्पतिवार को शुरू कर दी जाएगी.

रूद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे ने कहा, “तीन मई को स्थगित रही केदारनाथ यात्रा बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे से गौरीकुंड और सोनप्रयाग से शुरू कर दी जाएगी.” उन्होंने कहा कि ऋषिकेश और श्रीनगर से आने वाले वाहन भी सुबह 11 बजे के बाद ही रूद्रप्रयाग पहुंचेंगे.

हालांकि, उन्होंने कहा कि केदारनाथ में दिन भर मौसम खराब रहने के कारण धाम में अत्यधिक ठंड रहेगी तथा श्रद्धालु केदारनाथ की ओर प्रस्थान करने से पहले मौसम का पूर्वानुमान जरूर देख लें और पर्याप्त एहतियात बरतें. भारी बर्फवारी के कारण बुधवार को एक दिन के लिए केदारनाथ यात्रा स्थगित रही जिसके कारण धाम की ओर जा रहे श्रद्धालुओं को ऋषिकेश, श्रीनगर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड और फाटा सहित कई स्थानों पर आगे बढ़ने से रोक दिया गया.

इससे पहले, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने केदारनाथ में भारी बर्फवारी के चलते तीर्थयात्रियों से फिलहाल यात्रा पड़ावों में ही ठहरने का अनुरोध किया था. एक ट्वीट में कुमार ने कहा था, “आज भी श्री केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी जारी है. श्री केदारनाथ यात्रा आज के लिए रोकी गयी है. सभी यात्री सुरक्षित स्थानों व यात्रा पड़ावों में जहां हैं वहीं बने रहें और केदारनाथ धाम की ओर न आएं.” खराब मौसम के मद्देनजर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने कुमार स्वयं मंगलवार को केदारनाथ गए थे.

गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक करण सिंह नग्न्याल ने बताया कि केदारनाथ में लगातार खराब मौसम के कारण तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें विभिन्न स्थानों पर रोका गया. उन्होंने कहा कि मौसम की समीक्षा करने के बाद दैनिक आधार पर फैसले लिए जा रहे हैं. ऋषिकेश के उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल ने बताया कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने ऋषिकेश में धर्मशाला व होटलों का ब्यौरा तैयार रखा हुआ है.

उन्होंने बताया कि यात्रा में व्यवधान आने के कारण तीर्थयात्रियों को उनकी जरूरत के हिसाब से कमरे उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इस बीच, शाम को केदारनाथ पैदल मार्ग पर भैरव और कुबेर हिमनद का एक हिस्सा टूटकर आ गया जिससे वह यातायात के लिए बंद हो गया. रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) तथा रूद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन बल के दल मौके पर तैनात हैं लेकिन मौसम साफ होने के बाद ही पैदल रास्ते से बर्फ हटाई जा सकेगी.

उधर, केदारनाथ घाटी में कुबेर हिमनद के टूटने से उसमें चार व्यक्ति फंस गए जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला. एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों ओर से हिमनद टूटने से बीच रास्ते में फंस गए ये लोग घटना के समय लिंचोली से केदारनाथ जा रहे थे . एसडीआरएफ की टीम ने अत्यंत विषम परिस्थितियों में बचाव और राहत अभियान चलाया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया. व्यक्तियों की पहचान नेपाल के सुरकेत जिले के रहने वाले चंदा बहादुर, शेर बहादुर, हरक बहादुर थापा और राम बहादुर के रूप में हुई है.

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