Kolkata Rape-Murder Case : आज होगा संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट

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कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्या मामले के मुख्य आरोपी ने स्पेशल कोर्ट को बताया कि वह लाई डिटेक्टर टेस्ट देना चाहता है ताकि सच्चाई सामने आ सके.

इसकी जानकारी एनडीटीवी को आरोपी के वकील द्वारा दी गई थी. बता दें कि आज यानि रविवार को संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट किया जाएगा. पहले शनिवार को ही संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट किया जाना था लेकिन कुछ तकनीकी खराबी के कारण संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट शनिवार को नहीं हो पाया था.

स्पेशल कोर्ट ने पहले ही मुख्य आरोपी संजय रॉय के पॉलीग्राफी टेस्ट की इजाजत दे दी थी. कोर्ट ने संदीप घोष, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल और 4 अन्य डॉक्टर जो जूनियर डॉक्टर का शव बरामद किए जाने की रात ड्यूटी पर थे के भी पॉलीग्राफी टेस्ट की इजाजत दी थी.

संजय रॉय के लॉयर ने बताया कि जब कोर्ट ने उससे पूछा कि क्या वह पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए तैयार है तो उसने हां बोला था और जब जज ने उससे पूछा कि वो क्यों तैयार है तो संजय रॉय ने कहा कि उसके वकील के मुताबिक वह बेकसूर है और उसे फ्रेम किया जा रहा है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक संजय रॉय पर मेडिकल छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप है. उसे शराब पीने और पॉर्न देखने की लत थी. उसकी पत्नी का कैंसर के कारण निधन हो गया था. उसकी मां ने मीडिया के सामने आकर बताया कि रॉय की पत्नी को कैंसर था और अपनी पत्नी की जान बचाने के लिए उसने अपना सारा पैसा लगा दिया लेकिन वह नहीं बच पाई थी.

कोलकाता पुलिस ने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास निषेधाज्ञा को एक हफ्ते के लिए यानी 31 अगस्त तक बढ़ा दिया है. ये आदेश पहली बार 18 अगस्त को लागू किया गया था, जिसके तहत प्रतिबंधित क्षेत्र में पांच से अधिक लोगों की सभाओं पर प्रतिबंध लगाया गया था.

घटना 8-9 अगस्त की रात की है. सीबीआई सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने आधी रात के आसपास दो प्रथम वर्ष के स्नातकोत्तर प्रशिक्षुओं के साथ खाना खाया. खाना खाने के बाद, तीनों सेमिनार रूम में चली गई, जहां उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में एथलीट नीरज चोपड़ा का ओलंपिक गेम देखा.

रात 2:00 बजे दोनों प्रशिक्षु सेमिनार से चले गए. हालांकि, पीड़िता ने वहीं रहने का फैसला किया. उस रात तीसरी मंजिल पर मौजूद एक प्रशिक्षु ने दावा किया कि वह पास ही स्थित प्रशिक्षुओं के कमरे में ही रहा.

अगली सुबह, करीब 9:30 बजे, पीड़िता के साथ खाना खाने वाले पोस्टग्रेजुएट प्रशिक्षुओं में से एक वार्ड राउंड शुरू होने से पहले उसे देखने गया. तभी उसे उसका शव मिला.

कोलकाता पुलिस ने कहा कि प्रशिक्षु ने दूर से पीड़िता को “निश्चल अवस्था में” देखा और अपने सहकर्मियों और वरिष्ठ डॉक्टरों को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने फिर अस्पताल के अधिकारियों को सूचित किया.

इस मामले ने पूरे भारत में व्यापक विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है, खास तौर पर कोलकाता में तीव्र प्रदर्शन हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने संस्थान के आसपास सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए अस्पताल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों को तैनात करने का आदेश दिया है.

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