ब्रिटेन चुनाव में लेबर पार्टी जीत की ओर, ऋषि सुनक काफी पीछे-शुरुआती रुझान

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ब्रिटेन में गुरुवार को आम चुनाव (Britain Elections) के लिए वोटिंग हुई थी और अब वोटों की गिनती चल रही है. शुुरुआती रुझानों में लेबर पार्टी को बारी जीत मिलती दिख रही है.

वहीं सुनक काफी पीछे हैं. ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर होंगे, उनकी लेबर पार्टी आम चुनाव में भारी बहुमत हासिल करने के लिए तैयार है, ये संकेत गुरुवार को एक एग्जिट पोल से मिले हैं.वहीं ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को ऐतिहासिक नुकसान होने का अनुमान जताया गया है. एग्जिट पोल में कहा गया है कि लेबर पार्टी 650 सीटों वाले हाउस ऑफ कॉमन्स में 410 सीटें जीतेगी.जबकि दक्षिणपंथी टोरीज़ सिर्फ 131 सीटें ही हासिल कर सकेगी, जो रिकॉर्ड कम हैं, जिससे 14 साल की कंजर्वेटिव सरकार का अंत हो जाएगा. ये सीटें संसद भंग होने के समय 346 से कम थी. जीवन जीने के संकट और सालों की अस्थिरता और अंदरूनी लड़ाई से जूझ रहे ब्रिटेन के वोटर्स ने कंटर्वेटिवों को सबक सिखाने की कोशिश की. जिसके तहत 2016 के बाद से ब्रिटेन में पांच अलग-अलग प्रधानमंत्री देखे गए.

हो रही वोटों की निगती, आज आएंगे नतीजे
द गार्डियन की खबर के मुताबिक, 650 सीटों में लेबर पार्टी अब तक 14 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है, जबकि कंजर्वेटिव अब तक सिर्फ 1 सीट ही जीत सकी है. वहीं लिबरल डेमोक्रेट्स के पास 1 सीट ही आ सकी है.

क्या कहते हैं ब्रिटेन के एग्जिट पोल?
ब्रिटेन में पिछले छह चुनावों में, सिर्फ एक एग्जिट पोल ही ऐसा था, जिसके नतीजे गलत साबित हुए. साल 2015 में जब सर्वे में त्रिशंकु संसद की भविष्यवाणी की गई थी, जबकि बहुमत कंजर्वेटिवों को मिला था.सुनक ने मई में जरूरत से पहले चुनाव करवाकर वेस्टमिंस्टर और अपनी ही पार्टी के कई लोगों को चौंका दिया था, क्योंकि जनमत सर्वे में कंजर्वेटिव लेबर से लगभग 20 अंक पीछे था. उनको उम्मीद थी कि ये अंतर कम हो जाएगा जैसा कि परंपरागत रूप से ब्रिटिश चुनावों में होता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.

सुनक की सत्ता लेबर पार्टी के पास जाने के संकेत
ओपिनियन पोल में भी अनुमान लगाया गया था कि विपक्षी लेबर पार्टी भारी बहुमत से जीतने जा रही है और लगभग डेढ़ दशक के कंजर्वेटिव शासन का अंत हो जाएगा. नई सरकार चुनने के लिए मतदान संपन्न हो चुका है. ये चुनाव सिर्फ ब्रिटेन के भविष्य का ही फैसला नहीं करेगा बल्कि प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak)) के राजनीतिक भविष्य का भी फैसला करेगा.

आखिरी परिणाम चाहे जो हो, लेकिन लेकिन यह स्थिति उस राजनीतिक उथल-पुथल को दिखाती है जिसके चलते ऋषि सुनक अपने ही नेतृत्व के खिलाफ आगे बढ़कर प्रधानमंत्री बने थे. ब्रिटिश फ़्यूचर थिंक टैंक के निदेशक सुंदर कातवाला ने कहा, “मुझे लगता है कि ब्रिटिश भारतीय मतदाताओं के लिए विशेष रूप से यह चुनाव बाकी मतदाताओं की तरह ही है. उनके पास सरकार बनाए रखने या हटाने का विकल्प है और कंजर्वेटिव सरकार के 14 सालों के बाद लोगों का मूड इसे बनाए रखने की तुलना में बदलाव के लिए कहीं अधिक है.”

सुंदर कातवाला ने कहा, “ऋषि सुनक के लिए परिणाम बेहतर नहीं रहता है तो मुझे लगता है कि अफ़सोस और निराशा की भावना होगी क्योंकि उन्हें लेकर बहुत गर्व था लेकिन लोग उस आधार पर अपना मतदान विकल्प नहीं चुनेंगे. इसीलिए मुझे लगता है, अधिकतर ब्रिटिश भारतीय मतदाता ऋषि सुनक को बनाए रखने के लिए वोट करने के बजाय बदलाव के लिए मतदान करने जा रहे हैं, भले ही वे भारतीय विरासत के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री होने की उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि से खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं.” सुनक का राजनीतिक भविष्य किस ओर जाएगा, यह शुक्रवार को चुनाव का अंतिम परिणाम आने के साथ ही तय हो जाएगा.

सुनक का मुख्य मुकाबला लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर से है. हालांकि सुनक पहले ही मान चुके हैं कि लेबर पार्टी ब्रिटेन में भारी बहुमत हासिल करने जा रही है.

40 हजार पोलिंग बूथों पर हुआ मतदान
ब्रिटेन में मतदान के लिए 40 हजार पोलिंग बूथ बनाए गए थे. पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने रिचमांड एंड नार्थलर्टन निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया. वहीं, स्टार्मर ने करीब दो घंटे बाद उत्तरी लंदन की अपनी सीट पर लिबरल डेमोक्रेट नेता एड डेवी से कुछ देर पहले वोट डाला.

लेबर पार्टी के सत्ता वापसी का दावा
ब्रिटेन में लेबर और कंजर्वेटिव पार्टी के अलावा लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी, ग्रीन पार्टी व यूके रिफॉर्म पार्टी के उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं. ओपिनियन पोल के अनुसार लेबर पार्टी को बहुमत मिल सकता है. ओपिनियन पोल से ये बात सामने आई है कि लेबर पार्टी गुरुवार को मतदान में बड़ी जीत के लिए तैयार है. वह 14 साल की कंजर्वेटिव सरकार को खत्म कर सत्ता पर काबिज हो सकती है. पोल में कहा गया है कि शुक्रवार सुबह कीर स्टार्मर को प्रधानमंत्री के 10 डाउनिंग स्ट्रीट दफ्तर की चाबियां सौंप दी जाएंगी.

क्या कहते हैं ब्रिटेन के एग्जिट पोल?
ब्रिटेन में पिछले छह चुनावों में, सिर्फ एक एग्जिट पोल ही ऐसा था, जिसके नतीजे गलत साबित हुए. साल 2015 में जब सर्वे में त्रिशंकु संसद की भविष्यवाणी की गई थी, जबकि बहुमत कंजर्वेटिवों को मिला था.सुनक ने मई में जरूरत से पहले चुनाव करवाकर वेस्टमिंस्टर और अपनी ही पार्टी के कई लोगों को चौंका दिया था, क्योंकि जनमत सर्वे में कंजर्वेटिव लेबर से लगभग 20 अंक पीछे था. उनको उम्मीद थी कि ये अंतर कम हो जाएगा जैसा कि परंपरागत रूप से ब्रिटिश चुनावों में होता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.

सुनक की सत्ता लेबर पार्टी के पास जाने के संकेत
ओपिनियन पोल में भी अनुमान लगाया गया था कि विपक्षी लेबर पार्टी भारी बहुमत से जीतने जा रही है और लगभग डेढ़ दशक के कंजर्वेटिव शासन का अंत हो जाएगा. नई सरकार चुनने के लिए मतदान संपन्न हो चुका है. ये चुनाव सिर्फ ब्रिटेन के भविष्य का ही फैसला नहीं करेगा बल्कि प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak)) के राजनीतिक भविष्य का भी फैसला करेगा.

आखिरी परिणाम चाहे जो हो, लेकिन लेकिन यह स्थिति उस राजनीतिक उथल-पुथल को दिखाती है जिसके चलते ऋषि सुनक अपने ही नेतृत्व के खिलाफ आगे बढ़कर प्रधानमंत्री बने थे. ब्रिटिश फ़्यूचर थिंक टैंक के निदेशक सुंदर कातवाला ने कहा, “मुझे लगता है कि ब्रिटिश भारतीय मतदाताओं के लिए विशेष रूप से यह चुनाव बाकी मतदाताओं की तरह ही है. उनके पास सरकार बनाए रखने या हटाने का विकल्प है और कंजर्वेटिव सरकार के 14 सालों के बाद लोगों का मूड इसे बनाए रखने की तुलना में बदलाव के लिए कहीं अधिक है.”

एग्जिट पोल से सीट का विवरण

CON 131
LAB 410
LibDem 61
Reform UK 13
SNP 10
Green 2
OTH 23

सुंदर कातवाला ने कहा, “ऋषि सुनक के लिए परिणाम बेहतर नहीं रहता है तो मुझे लगता है कि अफ़सोस और निराशा की भावना होगी क्योंकि उन्हें लेकर बहुत गर्व था लेकिन लोग उस आधार पर अपना मतदान विकल्प नहीं चुनेंगे. इसीलिए मुझे लगता है, अधिकतर ब्रिटिश भारतीय मतदाता ऋषि सुनक को बनाए रखने के लिए वोट करने के बजाय बदलाव के लिए मतदान करने जा रहे हैं, भले ही वे भारतीय विरासत के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री होने की उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि से खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं.” सुनक का राजनीतिक भविष्य किस ओर जाएगा, यह शुक्रवार को चुनाव का अंतिम परिणाम आने के साथ ही तय हो जाएगा.

सुनक का मुख्य मुकाबला लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर से है. हालांकि सुनक पहले ही मान चुके हैं कि लेबर पार्टी ब्रिटेन में भारी बहुमत हासिल करने जा रही है.

40 हजार पोलिंग बूथों पर हुआ मतदान
ब्रिटेन में मतदान के लिए 40 हजार पोलिंग बूथ बनाए गए थे. पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने रिचमांड एंड नार्थलर्टन निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया. वहीं, स्टार्मर ने करीब दो घंटे बाद उत्तरी लंदन की अपनी सीट पर लिबरल डेमोक्रेट नेता एड डेवी से कुछ देर पहले वोट डाला.

लेबर पार्टी के सत्ता वापसी का दावा
ब्रिटेन में लेबर और कंजर्वेटिव पार्टी के अलावा लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी, ग्रीन पार्टी व यूके रिफॉर्म पार्टी के उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं. ओपिनियन पोल के अनुसार लेबर पार्टी को बहुमत मिल सकता है. ओपिनियन पोल से ये बात सामने आई है कि लेबर पार्टी गुरुवार को मतदान में बड़ी जीत के लिए तैयार है. वह 14 साल की कंजर्वेटिव सरकार को खत्म कर सत्ता पर काबिज हो सकती है. पोल में कहा गया है कि शुक्रवार सुबह कीर स्टार्मर को प्रधानमंत्री के 10 डाउनिंग स्ट्रीट दफ्तर की चाबियां सौंप दी जाएंगी.

क्या कहता है ब्रिटेन का ओपिनियन पोल?
बता दें कि ओपिनियन पोल में लेबर पार्टी के लिए 484 सीटें जीतने की भविष्यवाणी की गई है. इसका मतलब तो यह हुआ कि टोरीज के विरोधी ऐतिहासिक जीत की तरफ आगे बढ़ रहे हैं. सुनक की पार्टी ने भी पहले ही मान लिया है कि विरोधी दल रिकॉर्ड जीत की तरफ आगे बढ़ रहा है.

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