रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में घिरीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra Cash For Query) आज लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होंगी. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
कथित नकदी के बदले सवाल विवाद में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने से पहले खुद पर लगे आरोपों का खंडन किया.
सूत्रों के मुताबिक एथिक्स कमेटी तीन केंद्रीय मंत्रालयों से मिली रिपोर्ट और अन्य दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से पूछताछ करेगी.
गृह, सूचना प्रौद्योगिकी और विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट एथिक्स कमेटी के पास है. पैनल ने 26 अक्टूबर को हुई बैठक के बाद तीनों मंत्रालयों से जानकारी मांगी थी.
एथिक्स कमेटी से अन्य बातों के अलावा पूछा था कि क्या महुआ मोइत्रा के लॉगिन और उसकी जगहों का आईपी एड्रस एक जैसे थे.
झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर उनका लोकसभा अकाउंट का क्रिडेंशियल बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के साथ शेयर करने का आरोप लगाया है.
महुआ मोइत्रा ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के साथ लोकसभा लॉगिन शेयर करने की बात स्वीकार की है. वहीं दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे से महुआ पर लगे आरोपों ने और जोर पकड़ लिया.
कैश-फॉर-क्वेरी मुद्दे पर चुप्पी साधते हुए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने महुआ के संसदीय लॉगिन पर सवाल पोस्ट करने की बात स्वीकार की है. अगर यह बात साबित हुई तो यह संसदीय विशेषाधिकार का उल्लंघन होगा और महुआ को सदन से निष्कासित किया जा सकता है.
सदन की अवमानना के आरोपों से घिरीं महुआ मोइत्रा ने कहा कि एथिक्स कमेटी “कथित आपराधिकता के आरोपों की जांच करने के लिए सही फोरम नहीं हो सकती, क्योंकि उसके पास आरोपों की जांच करने का अधिकार नहीं है.
टीएमसी सांसद ने एथिक्स कमेटी को लिखी चिट्ठी में लिखा कि उनको दर्शन हीरानंदानी से सवाल पूछने की परमिशन दी जाए. उन्होंने इस चिट्ठी को ट्विटर पर भी पोस्ट किया.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि दर्शन हीरानंदानी ने पीएम मोदी और अदाणी बिजनेस ग्रुप को निशाना बनाने के लिए महुआ के घूस लेकर संसद में सवाल पूछने की बात स्वीकर की है. उन्होंने सदन से टीएमसी सासंद के निष्कासन की मांग की है.